कहा आदिवासियों की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
जमशेदपुर : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पत्नी सह विधायक कल्पना सोरेन के साथ शनिवार को प्रकृति उपासना के महापर्व ‘बाहा’ के अवसर पर शहर के कदमा शास्त्री नगर ब्लॉक नंबर 5 मिलन समिति मैदान के पास स्थित सरना पूजा स्थल जाहेरथान में पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर राज्यवासियों की सुख, समृद्धि, उन्नति और कल्याण की कामना की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज को सशक्त बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रही है। आर्थिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक संरक्षण के साथ-साथ बहुआयामी दृष्टिकोण पर आधारित मजबूती प्रदान की जा रही है। आज आदिवासी समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है। आदिवासी सभ्यता व संस्कृति झारखंड की पहचान है। आदिवासी समाज ही प्रकृति के असली संरक्षक हैं। मौके पर मंत्री रामदास सोरेन, सांसद जोबा मांझी, विधायक मंगल कालिंदी, विधायक संजीव सरदार, विधायक सविता महतो, पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, गणेश महाली, आदिवासी संथाल जाहेरथान समिति के संरक्षक लक्ष्मण टुडू, अध्यक्ष भुवा हांसदा, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम कासके, सचिव पंचू हांसदा, महासचिव भीम, माझी बाबा बिन्दे सोरेन, सुरेंद्र टुडू समेत अन्य भी मौजूद थे।