वृन्दा प्रबंधन गांव गांव जाकर अपनी पालिसी ग्रामीणों के समक्ष रखे: मुखिया

टंडवा: प्रस्तावित सिसय वृन्दा कोल परियोजना को जमीन पर उतारने की कसरतें तेज हो गयी है। कोल उत्पादन की ठेका लेने वाली डालमिया कंपनी के अधिकारी अब प्रभावित गांव के रैयतों से संपर्क साधने लगे हैं। इसी कड़ी में औद्योगिक नगरी टंडवा स्थित रूकमनी इन होटल में डालमिया कम्पनी और रैयतों के बीच बैठक हुई। इस बैठक में परियोजना क्षेत्र से जूडे गांवो के रैयतों के अलावे सांसद प्रतिनिधि इश्वर दयाल पांडे, कबरा मुखिया नीलेश ज्ञासेन एवं पंसस नितेश राणा मौजूद थे। इस बैठक में कम्पनी के अधिकारी और रैयतों के बीच परियोजना खुलने पर विकास और रोजगार समेत अन्य मुद्दों पर बातचीत हुई। बैठक में इसके अलावा रैयतो ने कम्पनी के रवैए के व्यवहार पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कम्पनी के प्रतिनिधि विस्थापित रैयतों से सीधा वार्ता करे। यहां दलालों के सहयोग लेने की कोई जरूरत नहीं है। मुखिया का यह भी आरोप है कि कम्पनी के प्रतिनिधि ग्रामीणों और रैयतों के बीच फूट डालो और शासन करो की नीति अपना रही है। जो हर हाल में बंद करना होगा। बैठक में साफ कहा गया कि प्रबंधन गांव-गांव जाकर पहले ग्रामीणों के साथ बैठक कर सार्वजनिक रूप से अपने नीतियों को रखे । इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व मुखिया खेमन राम,जगदीश महतो, अरविंद पाठक,मनोज पाठक, मन्नू महतो,शुभम कुमार सिंह,केदार महतो,उदय वर्मा,हरिनाथ महतो,शिवदयाल साहू,जट्टू उरांव,रमेश महतो, सुरेंद्र प्रजापति,नरेश भुईयां,विनोद महतो के अलावे कम्पनी के प्रतिनिधि के रूप में बंटी सिंह व सुबोध सिन्हा मौजूद थे।

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