संजय सागर
बड़कागांव : बड़कागांव प्रखंड में धुंधले बादल एवं कोहरा छाने से तापमान में काफी गिरावट आई है. जिससे अप्रत्याशीत ढंग से ठंड बढ़ गई है. ठंड बढ़ने से जन जीवन अस्त व्यस्त है.
सरकारी, गैर सरकारी स्कूलों एवं कॉलेजो में विद्यार्थियों की संख्या आधे से अधिक कम हो गई है. बच्चे बढ़ते ठंड में ठिठुरते स्कूल पहुंचने को मजबूर है. सरकारी एवं सामाजिक संगठन द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं हुई है.अस्पताल एवं अन्य निजी क्लिनिको में मरीजों की अधिक संख्या में देखी जा रही है.
कड़ाके की ठंड से दांतों के दर्द बढ़े
कड़ाके की ठंड से दांतों के मरीजों का दांत का दर्द बढ़ गई है. दंत चिकित्सक डॉ राजीव कुमार ने बताया कि इस मौसम में दांतों पर से सुरक्षा कवच एनामल हट जाता है. यह दांतों के ऊपर की एक परत होती है जो हट जाती है. एनामिल की परत हटने के कई कई कारण हो सकते हैं जैसे- दांत में कीड़ा लगना, दांत घिस जाना, गलत तरीके से ब्रश करना, मसूड़े कमजोर होना। नतीजन, सर्दी के मौसम में कोई भी गरम चीज खाने और ठंडा पानी पीने से दांतों में दर्द शुरू हो जाता है. कभी-कभी यह दर्द असहसनीय हो जाता है.
ठंड में दांतों के दर्द से बचाने के उपाय
दंत चिकित्सक डॉक्टर राजीव कुमार ने बताया कि ठंडा पानी पीने से बचें. तापमान कम होने के कारण सामान्य पानी भी बहुत ठंडा लगता है. इसलिए गुनगुना पानी पिएं. ज्यादा गर्म खाना न खाएं. दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें.अपने ब्रश करने के तरीके पर ध्यान दें. कम से कम तीन मिनट तक ब्रश जरूर करें. जहां तक संभव हो, मीठा खाने के बाद दांत साफ करें. नर्म ब्रश चुनें. कड़क ब्रिसल्स से दांत घिसने लगते हैं. गर्म चाय या दूध पीने से पचें.
चाय-कॉफी के साथ ही सिगरेट, तंबाकू व अन्य नशीले पदार्थों का सेवन बंद कर दें. ज्यादा दर्द होने पर नीम के पत्ता चबाएं.