सबसे बेहतर मतदान प्रतिशत पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने जताई प्रसन्नता, मतदाताओं का जताया आभार
– छठे चरण के चार लोकसभा क्षेत्र में से सबसे ज्यादा जमशेदपुर में हुआ 67.68 प्रतिशत मतदान
– चुनाव में 1,65,999 नए मतदाता जोड़े गए, स्वीप कार्यक्रम का भी दिखा असर
जमशेदपुर : लोकसभा चुनाव में 09-जमशेदपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं की बड़ी भागीदारी देखने को मिली। वहीं छठे चरण में हुए लोकसभा चुनाव में झारखंड के 4 लोकसभा क्षेत्र (धनबाद, गिरिडीह, जमेशदपुर और रांची) में सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत जमशेदपुर का रहा है। जिसके तहत कुल 67.68 प्रतिशत लोगों ने इस उमस भरी गर्मी में भी अपने अपने घरों से निकलकर मतदान कर सुदृढ़ लोकतंत्र के निर्माण में अपनी महती भूमिका निभाई है। साथ ही पोस्टल बैलेट के मतदाताओं की संख्या जोड़े जाने पर मतदान प्रतिशत करीब 70 प्रतिशत जाने का अनुमान है। अगर विधानसभावार देखा जाए तो सबसे ज्यादा 44-बहरागोड़ा में 78.39, 45-घाटशिला का 73.96, 46- पोटका का 73.37, 47-जुगसलाई में 70.80, 48- जमशेदपुर पूर्वी में 58.56 तथा 49-जमशेदपुर पश्चिमी में 57.14 फीसदी मतदान हुए। वहीं मतदान प्रतिशत शहरी के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ा है। वहीं जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसी अनन्य मित्तल ने मतदान पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि ईवीएम से लगभग 68 प्रतिशत मतदान इतनी उमस भरी गर्मी में होना पूरे जिलेवासियों के लिए गौरव की बात है। इसी तरह पोस्टल बैलेट में भी लगभग 97 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया है। जबकि होम वोटिंग ( 85+/पीडब्ल्यूडी) में लगभग शत प्रतिशत मतदान हुआ। इन तीनों के अलावा ईटीबीपीएस के सर्विस वोटरों को जोड़ने से आंकडा 70 प्रतिशत के करीब रहेगा और जो पूरे जिले के लिए गौरव की बात है। मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान 2019 लोकसभा चुनाव से 1,65,999 नए मतदाता जोड़े गए हैं। इसके लिए उन्होंने पूरे चुनावी प्रक्रिया में बेहतर सामंजस्य एवं सहयोग के लिए सभी सहायकों, कर्मचारियों, लिपिक से लेकर ब्लॉक, अनुमंडल और वरीय स्तर के अधिकारियों एवं सभी मतदाता को बधाई और धन्यवाद भी दिया। वहीं सभी मुख्य चौक चौराहों पर इस बार जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए लोकतंत्र गीत को लोगों ने सुना और जिससे एक महापर्व का माहौल भी बना। पूरे झारखंड में सर्वाधिक 1100 प्लस व्हील चेयर दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के लिए मतदान दिवस पर उपलब्ध कराए गए। शहरी क्षेत्र में 30 प्लस थीम बूथ जैसे इसरो, विज्ञान, पीवीटीजी बूथ, मिट्टी के घड़ों की, बांस की, क्लीन एनर्जी, मंडप, मृदा संरक्षण, इन्द्रधनुष, भारतीय सेना, झारखंड जनजातीय संस्कृति, ईको फ्रेंडली बूथ विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे और जिसकी लोगों ने सराहना भी की। स्वयंसेवकों ने मतदाताओं की मदद बूथ पर निरंतर करने का प्रयास किए। स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कई स्तर पर प्रयास भी किए गए। जिसके तहत मतदाता सूची में नाम जोड़ने, वोटर लिस्ट में नाम का सत्यापन, मतदान दिवस को अपने सगे संबंधियों के साथ वोट करने के लिए जागरूक एवं प्रेरित किया गया। नगरीय क्षेत्र के स्टेक होल्डर यथा सरकारी, गैर सरकारी संस्थान व संगठन, निजी कंपनी, विभिन्न एसोसिएशन (स्पोर्ट्स, ट्रांसपोर्ट, रेसिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन), एनजीओ, सोशल मीडिया इंफ्लूएंशर, कला दल के साथ कई दौर के मतदाता जागरूकता कार्यक्रम संचालित किया गया। वहीं 25 को 25 के साथ फैमली वोटिंग स्लोगन के साथ प्रत्येक मतदाता तक विभिन्न माध्यमों से पहुंचने का प्रयास भी किया गया। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बूथ अवेयरनेस ग्रुप, जेएसएलपीएस की सखी मंडल, पीडीएस डीलर, सीएससी, नुक्कड़ नाटक, एलईडी वैन आदि से मतदाताओं तक सीधी पहुंच बनाई गई। साथ ही बीएलओ ने घर-घर मतदाता सूचना पर्ची वितरण कर भी मतदान के लिए प्रोत्साहित किया। स्कूलों में अभिभावक-शिक्षक संवाद, ग्राम सभा, स्कूली बच्चों के बीच मतदाता जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधि आयोजित कर लोगों तक आदर्श मतदान का संदेश पहुंचाया गया। मतदान दिवस के तीन दिन पहले से सिटी बजाओ, दरवाजा खटखटाओ अभियान चलाते हुए लोगों को बूथ पर जाने के लिए प्रेरित भी किया गया। वहीं जिला प्रशासन द्वारा लोकसभा चुनाव की उपलब्धि, आगे की रणनीति को और प्रभावी बनाने समेत मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कम मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में मतदाताओं तक पहुंच बढ़ाने के लिए सकारात्मक सोच के साथ आंकड़ों का विश्लेषण भी किया जा रहा है।