डीसी की अध्यक्षता में हुई यातायात एवं सड़क सुरक्षा की बैठक, एसएसपी एवं संबंधित पदाधिकारी हुए शामिल

जमशेदपुर : समाहरणालय सभागार में शनिवार को डीसी अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में यातायात एवं सड़क सुरक्षा की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान एसएसपी किशोर कौशल, डीटीओ धनंजय, शिक्षा विभाग, एनएचएआई, ट्रैफिक डीएसपी समेत अन्य संबंधित विभागीय पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। बैठक में सड़क हादसों को नियंत्रित करने तथा सड़क सुरक्षा के प्रावधानों को प्रभावी तरीके से अमल में लाने समेत अन्य संबंधित विषयों को लेकर चर्चा भी की गई। बैठक में डीसी ने सड़क सुरक्षा टीम को निर्देशित किया कि स्कूली बच्चों व अन्य शिक्षण / प्रशिक्षण संस्थानों में सड़क सुरक्षा के नियमों से सम्बंधित कार्यशाला आयोजित करें‌। जिसमें गलत दिशा में वाहन न चलाने, सड़क की बायीं ओर सुरक्षित चलने, सीट बेल्ट व हेलमेट का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने, सड़क में बायीं या दाहिने तरफ वाहन को मोड़ते समय इंडिकेटर का इस्तेमाल आदि की जानकारी भी दी जाय। साथ ही उन्होंने कहा कि मई माह में 29 सड़क दुर्घटनाएं हुई। जिसमें 15 लोगों की मृत्यु व 18 लोग गम्भीर रुप से घायल हुए हैं। ब्लैक स्पॉट, वल्नरेबल एक्सीडेंटल पॉइंट्स एवं सड़कों के कर्व (घूमावदार सड़क) स्थलों को चिन्ह्ति करते हुए आवश्यकतानुसार सुधार करने, बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाने, ओवर लोडिंग, ओवर स्पीड, बिना सीट बेल्ट, साइलेंसर मॉडिफिकेशन एवं स्टंट करने वाले चालकों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। शहरी क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के उद्देश्य से विभिन्न बिन्दुओं की समीक्षा के दौरान एसएसपी ने ऑटो चालकों के लिए आईडी कार्ड, यूनिफॉर्म पहनने को लेकर ऑटो एसोसिएशन के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश देने के लिए डीटीओ को निर्देशित भी किया गया। नॉन परमिट ऑटो, अंडर एज व बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के ऑटो चालक की जांच कर कार्रवाई की बात भी कही गई। इसी तरह ऑटो एसोसिएशन को निर्देशित किया गया कि ऑटो चालक चिन्हित स्टैंड से ही सवारी बैठाएं और जहां-तहां ऑटो न रोकें। जिससे सड़क दुर्घटना के किसी भी प्रकार की संभावना को नगण्य किया जा सके। वहीं मई माह में सड़क सुरक्षा के नियमों की अवहेलना पर 114 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किया गया। वाहन जांच अभियान में बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चालक और बिना सीटबेल्ट के चारपहिया वाहन चालकों समेत अन्य मामलों में करीब 7 लाख रूपए जुर्माना भी वसूला गया। वहीं हिट एंड रन मामले में पीड़ित पक्ष को 2 लाख रूपए मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है। अबतक के कुल 45 मामलों में 22 के परिजनों को भुगतान किया गया है। 11 अनुमंडल पदाधकारी के स्तर पर एवं 7 इंश्योरेंस कंपनी के स्तर पर आवेदन लंबित हैं। डीसी ने इसमें तेजी लाते हुए मुआवजा भुगतान के निर्देश भी दिए गए। लंबित आवेदनों को लेकर संबंधित पदाधिकारी, पीड़ित पक्ष एवं इंश्योरेंस कंपनी के बीच समन्वय बनाते हुए जल्द मुआवजा भुगतान कराने का निर्देश दिया गया। आगे उन्होंने युवाओं को विशेषकर संदेश देते हुए कहा कि आपकी जान कीमती है। ओरस्पीडिंग व स्टंटबीज जानलेवा होती है। विशेषकर सभी अभिभावकों को विशेष ध्यान देना होगा कि उनके नाबालिग के हाथ में वाहन न हो। निजी स्कूल प्रबंधन भी ध्यान रखें कि कोई नाबालिग दो पहिया या चार पहिया लेकर स्कूल नहीं आएं। मौके पर डीसी और एसएसपी ने सड़क दुर्घटना के घायलों को गोल्डन ऑवर में मदद पहुंचाने के लिए प्रकाश कुमार, बीर सिंह प्रजापति, रथु दास, बाबूलाल टुडू, विशाल मार्डी और तुषार दास को कुल 9 हजार रूपए की सम्मान राशि प्रदान की। साथ ही सड़क दुर्घटना के घायलों को गोल्डन ऑवर में आगे आकर मदद करने की अपील सभी जिलेवासियों से की।

Related posts