अनाबद्ध निधि से 10.56 करोड़ रूपए के योजनाओं की स्वीकृति प्रदान
– नगर निकायों में नागरिक सुविधा एवं परिवहन के योजनाओं की समीक्षा की गई
– ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को कार्य में शिथिलता पर शो कॉज का निर्देश
जमशेदपुर : समाहरणालय सभागार में मंगलवार उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) एवं अनाबद्ध निधि के तहत जिले में हो रहे विकास कार्यों की समीक्षात्मक बैठक संपन्न हुई। जिसमें पथ निर्माण विभाग, स्पेशल डिविजन, पीएचईडी, आरईओ, लघु सिंचाई, ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल, नगर निकाय समेत अन्य विभाग द्वारा क्रियान्वित किए जा रहे अनाबद्ध निधि एवं डीएमएफटी के कार्यों का क्रमवार समीक्षा भी की गई। इस दौरान उपायुक्त ने सभी विभागों के पदाधिकारी से लंबित एस्टीमेट, टेंडर प्रक्रिया, एग्रीमेंट प्रक्रिया, कार्य अवधि, एनओसी समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा भी की। बैठक में अनाबद्ध निधि से 10.56 करोड़ रूपए के योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई। वहीं डीएमएफटी मद में उपलब्ध राशि से योजनाओं के चयन को लेकर प्रस्ताव बढ़ाने का निर्देश भी दिया गया। बैठक में उपायुक्त ने सभी विभागीय पदाधिकारी को निर्देशत करते हुए कहा कि अनाबद्ध एवं डीएमएफटी के तहत संचालित योजनाओं की गुणवत्ता में कोई लापरवाही सामने नहीं आनी चाहिए। नहीं तो संबंधित संवेदक के साथ-साथ कार्यपालक अभियंताओं पर भी कार्रवाई की जाएगी। डीएमएफटी अंतर्गत विभिन्न योजनाओं यथा स्कूलों में अतिरिक्त वर्ग कक्षा निर्माण, पेयजल, आंगनबाड़ी केन्द्र मरम्मत व निर्माण, अस्पतालों में आधारभूत संरचना निर्माण समेत कई योजनाओं के संचालन की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में आम जनता के बीच गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत न रहे। बैठक में स्कूलों में अतिरिक्त वर्ग कक्षा निर्माण, आंगनबाड़ी तथा अस्पतालों में संचालित योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने का निर्देश भी दिया गया। साथ ही उपायुक्त ने निर्देशित किया कि जो भी योजनाएं अनाबद्ध निधि एवं डीएमएफटी से स्वीकृत किये जाएं, उसपर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को केजीबीवी का निरीक्षण कर किसी तरह की आवश्यकता हो तो प्रस्ताव भेजने का निर्देश भी दिया गया। सभी कार्यपालक अभियंता को क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओं में प्रगति के नियमित अनुश्रवण का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी योजनाओं का वे खुद क्षेत्र भ्रमण के दौरान गुणवत्ता की जांच करेंगे। वहीं उपायुक्त ने बैठक के दौरान ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को कार्य में शिथिलता बरतने पर शो कॉज करने का निर्देश भी दिया है। बैठक में डीडीसी मनीष कुमार, एसडीएम धालभूम पीयूष सिन्हा, निदेशक एनईपी ज्योत्सना सिंह, जिला योजना पदाधिकारी अरूण द्विवेदी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार के साथ तकनीकी विभागों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।