10 लाख या इससे ज्यादा के कैश ट्रांजेक्शन होने पर व्यय लेखा कोषांग को सूचित करने का दिया निर्देश
जमशेदपुर : समाहरणालय सभागार में शुक्रवार डीसी अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में आगामी लोकसभा आम चुनाव 2024 के मद्देनजर जिला अंतर्गत सभी बैंकों के जिला समन्वयक के साथ बैठक आहूत की गई। जिसमें बैंक प्रतिनिधियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया गया। वहीं बैठक में डीसी ने कहा कि बैंक यह सुनिश्चित करेंगे कि बाह्यय स्त्रोत एजेंसियों या कंपनियों से नकदी ले जाने वाली गाड़ियां किसी भी परिस्थिति में बैंक की नकदी के अतिरिक्त किसी अन्य पक्ष की नकदी अपने साथ वाहन में नहीं रखेंगे। बाह्यय स्त्रोत एजेंसी या कंपनी के पास बैंकों द्वारा जारी पत्र या दस्तावेज इत्यादि होने चाहिए। जिसमें उन्हें बैंकों द्वारा दी गई नकदी की विवरणी एवं किसी प्रयोजन के लिए राशि उपलब्ध कराया गया है। (जैसे-एटीएम मशीनों में भरने/ अन्य शाखाओं अथवा बैंकों में रखने आदि) का उल्लेख होगा। बाह्यय स्त्रोत एजेंसियों या कंपनियों के कार्मिक (जो नकदी ले जाने वाली गाड़ी के साथ जा रहे हैं) के पास संबंधित एजेंसी द्वारा जारी किया गया पहचान पत्र उपलब्ध रहना चाहिए। साथ ही निर्वाचन प्रकिया के दौरान प्रतिनियुक्त किए गए उड़नता दल या स्थैतिक निगरानी दल के द्वारा इन गाड़ियों को रोका जाता है तो उनके द्वारा सत्यापन किया जाएगा। साथ ही बैंक प्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया कि 10 लाख रूपए या इससे ऊपर का कैश ट्रांजेक्शन किसी बैंक खाता में हो तो इसकी सूचना व्यय लेखा कोषांग को दें। निष्पक्ष एवं त्रुटिरहित लोकसभा चुनाव संपन्न कराने में सभी से सहयोग की अपील की गई। बैठक में बताया गया कि चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों द्वारा नया बैंक एकाउंट खोला (बैंक/पोस्ट ऑफिस/कॉपरेटिव बैंक) जाना है। यह बैंक खाता अभ्यर्थी के नाम से अथवा उसके निर्वाचन अभिकर्ता के साथ संयुक्त रूप से हो सकता है। संबंधित बैंक के द्वारा प्राथमिकता देते हुए उस व्यक्ति का खाता खोला जाएगा। साथ ही चुनाव प्रकिया के दौरान अभ्यर्थी या उसके अभिकर्ता द्वारा उक्त खाते से किए जाने वाले ट्रांजेक्शन में बैंक द्वारा प्राथमिकता दिया जाएगा। इसके अलावा बैठक में ईएसएमएस और सीवीआईजीआईएल एप के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई। इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम से किस प्रकार चुनाव में अनैतिक गतिविधियों पर रोकथाम लगाया जा सकता है, इसकी भी विस्तृत जानकारी दी गई। बैठक में एसएसपी किशोर कौशल, डीडीसी मनीष कुमार, एसपी सिटी मुकेश कुमार लुनायत, एसपी ग्रामीण ऋषभ गर्ग, परियोजना निदेशक आईटीडीए, एसडीएम धालभूम पीयूष सिन्हा समेत अन्य सभी संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।