जमशेदपुर : डीसी अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में डेंगू रोकथाम को लेकर एहतियातन कदम उठाने को लेकर मंगलवार समाहरणालय सभागार में बैठक आहूत की गई। जिसमें डीडीसी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी, एमजीएम उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी, नगर निकाय पदाधिकारी, टीएमएच, निजी चिकित्सा संस्थानों तथा नर्सिंग होम के प्रतिनिधि, जुस्को समेत अन्य संबंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि वर्तमान में डेंगू के दो मामले जिला में हैं। साथ ही दोनों मरीज दूसरे स्थानों से आए हैं। जिनकी स्थिति सामान्य है। जिला अंतर्गत सभी सरकारी व निजी अस्पताल प्रबंधन को डेंगू मरीजों के लिए दो बेड सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया। इस दौरान सिविल सर्जन को डेंगू टेस्ट किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रखने के लिए निर्देशित भी किया गया। वहीं सभी चिकित्सा संस्थानों को निर्देशित किया गया कि डेंगू जांच का निर्धारित दर ही मरीजों से लें अन्यथा जांच में पकड़े जाने पर जिला प्रशासन द्वारा विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। डेंगू लार्वा पाए जाने वाले घरों में सम्बन्धितों से 500 रुपए जुर्माना वसूला जाएगा। लगातार प्रशासन के दिशा निर्देशों की अवहेलना पर दोषियों को ज्यादा आर्थिक दण्ड लगाया जाएगा। साथ ही सभी सम्बन्धितों को युद्ध स्तर पर एंटी लार्वा के छिड़काव का निर्देश भी दिया गया। बैठक में डीसी ने कहा कि डेंगू एक वायरल और गंभीर फ्लू की तरह संक्रमित रोग हैं और जो संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से फैलता है। ऐसे में उन्होंने जिलेवासियों से अपील की है कि अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा का ध्यान रखें और अपने घरों के आस-पास पानी जमा न होने दें। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को जांच किट की उपलब्धता, क्यूआरटी का गठन, हेल्पलाइन नंबर जारी करने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग टीम चिन्हित करने तथा संभावित स्थलों और पिछले वर्ष के हॉट स्पॉट जोन में डेंगू लार्वा जांच के निर्देश भी दिए। साथ ही नगरीय निकाय के पदाधिकारियों एवं जुस्को के प्रतिनिधि को फॉगिंग, साफ-सफाई तथा शहरी क्षेत्र में डेंगू को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया गया। शिक्षा विभागीय पदाधिकारी को स्कूली बच्चों के बीच जागरूकता लाने के निर्देश भी दिए गए। आगे उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रार्थना सभा (एसेंबली) एवं वर्ग कक्षा (क्लास) में डेंगू से बचाव को लेकर जानकारी दें। बच्चों को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने के बारे में बताएं। हमेशा मच्छरदानी के अन्दर ही सोएं। बच्चों के माता, पिता व समुदाय के साथ बैठक करें। स्कूल कैंपस, फील्ड व स्कूल के आस-पास में कही भी पानी का जमाव न होने दें। जिसमें डेंगू मच्छर का लार्वा पनप सकता हैं। साथ ही बच्चों से घरों के आस-पास पानी का जमाव न होने देने को लेकर जागरूक करने का निर्देश भी दिया गया।