एनजीटी के रोक के बावजूद खलारी मैक्लुस्कीगंज की नदियो से हो रहा है अबैध बालु का उठाव

  • बालु के इस खेल में सफेद पोश भी शामिल हैं प्रशासनिक अधिकारी हैं मौन

खलारी : खलारी, मैक्लुस्कीगंज की नदियो से मनाही के बाद भी बालू की तस्करी बदस्तूर जारी । बालु माफियाओं के द्वारा प्रखंड के सपही नदी दमोदर नदी सहित अन्य नदियों से प्रतिदिन बड़े बालु उठाव में लगे लोगों का कहना है कि इसके लिए स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को इसके बदले मोटी रकम दी जाती है । वही मैक्लुस्कीगंज में विगत कुछ दिनों जो हादसा रात में हुई है वह बालू ढुलाई कर रहे ट्रैक्टर और टर्बो से ही हुई है।

घाटो में अहले सुबह से ही ट्रैक्टर की भीड़ लगी रहती है साथ ही नदियों से काफी दूर तक बालू माफिया अपने-अपने व्यक्तियों को निगरानी हेतु रखे हुए हैं इसके बाद बालू नदियों से निकालकर बनमने ,पाही मार्ग से होते हुए बुडमु ले जाया जा रहा है जहां एक स्थान पर इकट्ठा कर अलग-अलग मार्ग से रात के अंधेरे में रांची तथा हिंदेगीर में मोटी रकम लेकर बेचा जाता है। वही दूसरी ओर चान्हो मांडर क्षेत्र के 10 टर्बो ट्रक इस कार्य में लगा हुआ है । इस घटने का खुलासा 7 सितम्बर को तब हुआ जब मैकलुस्कीगंज रेलवे फाटक के पास बालू ढोने वाले ट्रको का भिड़ंत हो गया एक्सीडेंट के बाद वाहन उपचालक को ग्रामीणों के पकड़ में आने के बाद उसने साफ साफ कहा कि बालू लेने जा रहे थे ।

सूत्रों के अनुसार धमधमिया के जंगलों में ट्रैक्टर द्वारा बालू जमा किया जाता रात गहराते ही टर्बो का आना शुरू हो जाता है । पैमाने पर अवैध रूप से बालू के उठाव से सरकार को लाखों रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है वहीं धड़ल्ले से बालू का उठाव होने से नदियों का अस्तित्व खतरे में थाना के बड़े अधिकारियों व अंचलाधिकारी के नाक नीचे इस काम को अंजाम देने में स्थानीय सफेद पोश भी शामिल हैं ।

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