दुर्गापूजा विसर्जन के दौरान बिस्टुपुर घाट पर हुआ बड़ा हादसा, दो की मौत, तीन घायल

– स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, विधायक समेत अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर जाना हाल-चाल

जमशेदपुर : दुर्गापूजा दशमी के दिन मंगलवार की संध्या बिष्टुपुर थाना अंतर्गत बेली बोधन वाला घाट में प्रतिमा विसर्जन के दौरान टाटा 1109 ट्रक के फिसलने के कारण 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद घायलों को एंबुलेंस और निजी वाहनों से टीएमएच पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच कर एक को मृत घोषित कर दिया। जबकि चार घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। मृतक वीरेंद्र शर्मा बागबेड़ा कीताडीह का रहने वाला था। वहीं घायल हुगरा मुखी पश्चिम मिदनापुर मोहनपुर दिपाड़ा, अभिमन्यु गोराई, गोपाल गोराई और विजय गोराई पश्चिम मिदनापुर के रहने वाले बताएं जा रहे हैं। वहीं देर रात्रि इलाज के दौरान अभिमन्यु गोराई की भी अस्पताल में मौत हो गई। इधर घटना की सूचना पाकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता घायलों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने उनसे मिलकर उनका हाल-चाल जाना। साथ ही डॉक्टरों को उनका उचित इलाज करने की बात भी कही। इसी तरह मामले की जानकारी पाकर विधायक सरयू राय ने बेली बोधन वाला घाट पर पहुंचकर राहत कार्य को देखा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए। वहीं सांसद बिधुत वरण महतो भी जानकारी पाकर टीएमएच पहुंचे। जहां उन्होंने घायलों का उचित उपचार करने की बात कहते हुए उनका हाल-चाल जाना। साथ ही भाजपा नेता देवेंद्र सिंह भी घटना की सूचना पाकर अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात भी की। वहीं डीसी मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देश पर घायलों को बेहतर चिकित्सीय उपचार के लिए टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायल कीताडीह पूजा समिति के हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि अपनी सुरक्षा का ध्यान सर्वोपरि में रखते हुए विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हों। विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हो रहे सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। जनसाधारण से अपील है कि इस सम्बंध में किसी भी प्रकार की भ्रामक खबर की पुष्टि सर्वप्रथम जिला प्रशासन से जरूर करें। डीसी मंजूनाथ भजन्त्री और एसएसपी किशोर कौशल ने टीएमएच पहुंचकर घायल लोगों का कुशलक्षेम जानने के साथ साथ बेहतर से बेहतर चिकित्सीय उपचार उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों को निर्देश भी दिया। बताया जा रहा है कि घटना के दौरान पूजा समिति के सदस्यों और पुलिस के बीच तीखी नोक झोंक भी हुई। सदस्यों का आरोप था कि जिला प्रशासन ने दुर्गा पूजा विसर्जन को लेकर बड़े-बड़े वादे किए थे। मगर उसमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया। घाट पर रौशनी की सही व्यवस्था तक नहीं की गई थी। जिसके कारण घटना के बाद राहत कार्य में काफी देर हुआ। एंबुलेंस के नाम पर वहां मारुति ओमनी खड़ी कर दी गई थी। प्रशासन की लापरवाही से घटना के वक्त जनाक्रोश भड़का हुआ था। मगर किसी तरह पुलिसकर्मियों ने उन्हें संभालने की कोशिश की। इधर घटना के बाद दुर्गापूजा केंद्रीय कमिटी द्वारा मृतकों को बतौर मुआवजा एक-एक लाख रुपए का चेक एसडीएम पीयूष सिन्हा को सौंप दिया गया है। दूसरी तरफ जिला प्रशासन द्वारा मुआवजा की घोषणा नहीं की गई है। फिलहाल घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

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