घर में परिवार की संख्या बढ़े तो उन्हें स्वस्थ रहने के लिए पौधरोपण भी जरूरी: कौशल
मेदिनीनगर : रांची शहर के कार्निवल बैंक्विट हॉल में रविवार को मेदिनीनगर शनर के निवासी दिवंगत सुदामा पंडित व स्व. सुमित्रा देवी के पुत्र अविनाश देव की शादी दिल्ली के सुरिष्ठ राय की पुत्री कुमारी रानी से सम्पन्न हुई।
विश्व व्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्म गुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने पर्यावरण धर्म का पहले मूल मंत्र के तहत वर- वधू को आशीर्वाद स्वरूप थाईलैंड प्रजाति के बारहमासी( फला हुआ ) आम का पौधा प्रदान कर उनके मंगलमय वैवाहिक जीवन की सुखद कामना की। उन्होंने उक्त अवसर पर पौधा प्रदान करते हुए कहा कि जिस तरह मानव जीवन के क्रम को जारी रखने के लिए शादी विवाह जरूरी है ठीक उसी तरह उन्हें स्वस्थ्य रखने के लिए पौधरोपण भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि परिवार की संख्या बढ़े तो पौधों की संख्या भी बढ़नी चाहिए।
इससे जीवन व प्रकृति दोनों संतुलित रहता है। उन्होंने कहा कि बारातियों को दहेज में कुछ मिले या न मिले लेकिन उन्हें उपहार स्वरूप पौधा मिलना बहुत जरूरी है। कोरोना के जिक्र करते हुए कहा है, कि धरती और ब्रह्मांड के 84 लाख योनी जीवन की जीने के लिए सबसे जरूरी ऑक्सीजन है । ऑक्सीजन किसी फैक्ट्री में नहीं मिलता है। इसके लिए पौधा लगाना होगा। पर्यावरण धर्म गुरु कौशल ने कहा कि आप हर संपत्ति को अर्जित कर सकते हैं, परंतु शुद्ध हवा प्रकृति से ही प्राप्त किया जासकता है। श्री कौशल ने कहा कि जल संकट व बीमारी से बचने के लिए हर व्यक्ति को चाहिए कि अपना धर्म के साथ-साथ पर्यावरण धर्म के 11 मूल ज्ञान- मंत्रों को अपने जीवन में उतारने का अथक प्रयास करें।
कार्यक्रम में श्री देव के भाई कुमार आदर्श, उत्कर्ष देव , बहन रीना,पूर्व स्पीकर सह रांची विधायक सीपी सिंह, पांकी विधायक कुशवाहा शशि भूषण मेहता , रांची सिटी के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा , बरही एसडीपीओ सुरजीत कुमार,झामुमो प्रवक्ता सुप्रीयो भट्टचार्य, झामुमो पलामू जिला अध्यक्ष राजेंद्र कुमार सिन्हा, केंद्रीय सदस्य संजीव तिवारी , सुनील तिवारी, नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, पांकी पूर्व प्रत्याशी लाल सूरज एवं रुद्र शुक्ला, लाडले हसन, आप नेता राकेश तिवारी , अरगोड़ा थाना प्रभारी आनंद मिश्रा, विभाकर नारायण पांडेय सहित राज्य के कई हस्तियां शामिल होकर वर- वधु के सुखमय जीवन की मंगल कामना की।