जेल में भाई के हत्यारे भानु माझी के साथ घुमता देख राहुल भगत पर कुणाल गोराई ने चलाई गोली

 

दो गिरफ्तार, हथियार और जिंदा कारतूस बरामद, एसपी ने किया मामले का खुलासा

जमशेदपुर : बीते रविवार की रात्रि लगभग 9 बजे कदमा थाना अंतर्गत रामजनम नगर काली मंदिर रोड शौचालय के पास बाइक सवार अपराधियों ने रामजनम नगर रोड नंबर 1 निवासी राहुल भगत पर फायरिंग कर दी। जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद एमजीएम अस्पताल में पुलिस ने उसका इलाज कराया। साथ ही पुलिस ने मामले का 24 घंटे के अंदर उद्भेदन करते हुए दोनों अपराधी को गिरफ्तार भी कर लिया। जिसमें कदमा भाटिया बस्ती काली मंदिर के पास रहने वाला अपराधी कुणाल गोराई और उलियान टैंक रोड बंधु पथ निवासी रौशन कुमार शर्मा उर्फ मोहित शामिल हैं। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, एक खोखा और बाइक भी बरामद किया है। मामले का खुलासा सोमवार पुलिस ऑफिस में एसपी सिटी कुमार शिवाशीष ने आयोजित प्रेसवार्ता में किया। मौके पर डीएसपी टू निरंजन तिवारी और थाना के एसआई अंकु कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। वार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि घायल राहुल भगत और अपराधी कुणाल गोराई के बीच घाघीडीह जेल में हुई दुश्मनी को लेकर ही घटना घटी है। वहीं मामले में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रामजनम नगर शौचालय के पास शनिवार और रविवार को स्थानीय युवक द्वारा अवैध रूप से जुआ खिलाया जाता है। घायल राहुल भगत भी जुआ खेलने के लिए ही वहां पहुंचा था। इसी बीच अपराधी कुणाल गोराई भी मोहित के साथ वहां पहुंचा और वहां राहुल को देखते ही उसपर फायरिंग कर दी। इस दौरान गोली राहुल के दांत को तोड़ती हुई गाल चिरकर निकल गई। इधर गोली चलने की आवाज सुनकर जुआ खेल रहे अन्य लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे और कुणाल गोराई की पिटाई करना शुरू कर दिया। इसी बीच भीड़ में से किसी ने उसके हाथ से पिस्टल गायब कर दी। जिसके बाद मामले की सूचना संबंधित थाने को दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और कुणाल को हिरासत में लेकर थाने चली आई। जबकि उसका साथी मोहित वहां से फरार हो गया था। जिसे पुलिस ने बाद में घर से पकड़ा। उस समय तक पुलिस हथियार बरामद नहीं कर सकी थी। इधर लगातार पुलिस की बढ़ती दबिश को देखते हुए गायब किए हुए हथियार को झाड़ियों में फेंककर इसकी जानकारी थाने में दे दी गई। जिसके बाद ही पुलिस ने झाड़ी से हथियार बरामद किया। मामले में बताया जा रहा है कि एक समय घाघीडीह जेल में शातिर अपराधी भानु माझी, कुणाल गोराई और राहुल भगत तीनों बंद थे। इस दौरान राहुल अपराधी भानु माझी के साथ जेल में घुमता था। जिसके कारण कुणाल का राहुल से दुश्मनी हो गई। क्यूंकि कुणाल के भाई रोबिन गोराई की हत्या भानु माझी ने ही की थी। और इसी बात को लेकर रविवार की घटना घटी। पता चला है कि घटना में प्रयुक्त हथियार कुणाल ने एक साल पूर्व भाटिया बस्ती शिव पथ निवासी मृतक सुरेश कुमार साव उर्फ पकोड़ा से 40 हजार रूपए में खरीदी थी। जिसके बाद से वह हथियार अपने साथ ही रखता था। फिलहाल घायल राहुल का इलाज चल रहा है।

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