सोनारी से उड़ान भरने के बाद लापता हुए विमान का 30 घंटे बाद भी नहीं चला पता

 

एनडीआरएफ ने चांडिल डैम को खंगाला, नहीं मिली सफलता, नेवी बुलाने की चल रही तैयारी

 

जमशेदपुर : मंगलवार की सुबह सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 15 मिनट बाद लापता हुए विमान की खोज में सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल डैम में सर्च ऑपरेशन चलाने के लिए लगभग 9:30 बजे घुसी एनडीआरएफ की टीम ढाई घंटे बाद खाली हाथ लौट आई। इस दौरान उनके साथ स्थानीय तैराकों की टीम भी शामिल थी। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों के बताए स्थान पर लापता विमान की खोजबीन भी की जा रही है। विमान गिरने का लोकेशन कोयला गढ़ प्रतापपुर शिव मंदिर के आस-पास बताया जा रहा है। दोपहर का खाना खाने के बाद टीम पुनः डैम के अंदर विमान और पायलट की तलाश करने घुसी। साथ में चांडिल डैम के वोट संचालकों की टीम भी देसी तकनीक (झग्गड़) के साथ डैम में गई। बताया जा रहा है कि एनडीआरएफ की 16 सदस्यीय टीम सुरेश कुमार के नेतृत्व में रांची से चांडिल डैम पहुंची। खोजबीन के दौरान टीम लीडर सुरेश कुमार ने बताया कि पहले चरण की जांच में टीम को कुछ सुराग नहीं मिला है। टीम दोबारा प्रयास करेगी और अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि अगर विमान और पायलट यहां गिरे हैं तो निश्चित तौर पर टीम के सदस्य उन्हें खोज निकालेंगे। वहीं चांडिल डैम में विमान गिरने की सूचना पाकर भारी संख्या में स्थानीय लोग भी डैम पहुंचे। साथ ही डैम में ईचागढ़ की विधायक सविता महतो के अलावा चांडिल की अनुमंडल पदाधिकारी शुभ्रा रानी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुनील कुमार रजवाड़, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी समेत जिले के कई पदाधिकारी और कर्मी समेत पुलिस बल भी मौजूद थे। इधर 30 घंटे बाद भी विमान का पता न चलने पर अब विशाखापत्तनम से नेवी की टीम को बुलाने की तैयारी भी चल रही है। जबकि दूसरी तरफ इंस्ट्रक्टर और ट्रेनी पायलट के परिजन घटना से सदमे में हैं।

Related posts