जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी ने 34 वें वार्षिक फूल प्रदर्शनी और 41 वें अखिल भारतीय गुलाब सम्मेलन का किया आयोजन 

 

जमशेदपुर : जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी ने टाटा स्टील यूआईएसएल के सहयोग और टाटा स्टील के प्रायोजन में 29 दिसंबर से 1 जनवरी तक 34 वें वार्षिक फूल प्रदर्शनी और 41 वें अखिल भारतीय गुलाब सम्मेलन का सफल आयोजन किया। इस आयोजन में पूरे देश से बागवानी प्रेमी शामिल हुए। साथ ही इसे अद्भुत पुष्पों, नवाचारी पुष्प डिजाइनों और बागवानी कौशल का भव्य प्रदर्शन बनाया। इस फूल प्रदर्शनी में 50 शौकिया प्रतियोगियों और 25 संस्थानों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने आठ विभिन्न श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा की। जिसमें क्राइसेन्थेमम, डेहलिया, गमले के पौधे, बोन्साई, गमले में फल और सब्जियां, मौसमी पौधे, कटे हुए फूल और औषधीय पौधे शामिल थे। इस दौरान कुल 169 खंडों में प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इसके अलावा एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत एक तकनीकी कार्यशाला से हुई। जिसमें 120 छात्रों और आगंतुकों ने भाग लिया। इस कार्यशाला का विषय “मिट्टी रहित परिस्थितियों में गुलाब की पारंपरिक खेती के तरीके” था। जिसने सतत बागवानी के क्षेत्र में नई जानकारियां प्रदान की। वहीं सोमवार आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (रॉ मटेरियल्स) डीबी सुंदर रमन उपस्थित रहे। जबकि अन्य प्रमुख अतिथियों में चाणक्य चौधरी, उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट सेवाएं), टाटा स्टील, रुचि नरेंद्रन चेयरपर्सन जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी, सुमिता नुपुर अध्यक्ष जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी, संयोजिता धनवंतरि अध्यक्ष भारतीय गुलाब महासंघ एवं अनुराधा महापात्रा, महासचिव, जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी शामिल थे।इस आयोजन में न केवल सुंदर पुष्प सज्जा और दुर्लभ गुलाब प्रजातियों का प्रदर्शन हुआ। बल्कि बागवानी विशेषज्ञों और शौकीनों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच भी प्रदान किया गया। कार्यशालाओं और संवाद सत्रों के माध्यम से आधुनिक बागवानी तकनीकों और स्थायित्व पर जोर दिया गया। जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी प्रकृति की सुंदरता और बागवानी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस आयोजन ने संस्था के इतिहास में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि जोड़ी।

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