मेदिनीनगर: भारतीय खेल प्राधिकरण के द्वारा संचालित खेलो इंडिया राइजिंग टैलेंट आइडेंटिफिकेशन “कीर्ति” के तहत मे दिनीनगर के बारालोटा में जिला खेल स्टेडियम में 27 अगस्त से 30 अगस्त 2024 तक 4 खेल विधाओं, एथलेटिक्स(27- 30 अगस्त), फुटबॉल (27 – 30 अगस्त),कबड्डी (27 – 29 अगस्त)और तिरंदाजी (30 अगस्त) में कीर्ति का आयोजन किया जा रहा है।इस कार्यक्रम में 9 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के युवा अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।इस कार्यक्रम की सफलता को लेकर मेदिनीनगर नगर निगम के नगर आयुक्त जावेद हुसैन ने शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ असीम कुमार,जिला खेल पदाधिकारी समेत अन्य संग बैठक की।उन्होंने डीपीआरओ श्री कुमार को कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने पर बल दिया।वहीं खेल पदाधिकारी को प्रयाप्त मात्रा में वॉलिंटियर्स,फिजिकल टीचर व कोच तैयार करने को लेकर निर्देशित किया गया।उन्होंने सभी बच्चों का पंजीयन कराने व निष्पक्ष रूप से ट्रायल लेने पर बल दिया।ज्ञातव्य है कि “कीर्ति”खेलो इंडिया मिशन के तहत एक महत्वाकांक्षी राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम है।”कीर्ति” का प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न विषयों में जमीनी स्तर पर युवा खेल प्रतिभाओं की पहचान करना और उनका समर्थन करना है।गैर-मान्यता प्राप्त प्रतिभा और संरचित खेल अवसरों के लिए,”कीर्ति” का लक्ष्य एक ऐसा मंच बनाना है जहां विविध पृष्ठभूमि के प्रतिभाशाली युवा अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकें और अपने संबंधित खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक समर्थन प्राप्त कर सकें। प्रतिभा पहचान में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में प्रोजेक्ट कीर्ति की कल्पना आधुनिक आईसीटी उपकरणों और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं का उपयोग करके एक एकीकृत प्रतिभा पहचान वास्तुकला विकसित करने के लिए की गयी है।एथलीट-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ, प्रोजेक्ट कीर्ति प्रतिभा पहचान प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा, जिससे यह पूरे देश में अधिक व्यापक और सुलभ हो जाएगा। “प्रोजेक्ट कीर्ति भारत के माननीय प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है,जो देश के हर कोने में प्रतिभा खोज के महत्व पर जोर देता है।” “यह एक खेल महाशक्ति बनने की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।”कीर्ति मॉडल में एक पिरामिडनुमा संरचना होगी जो जमीनी स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्टता के लिए विशिष्ट एथलीटों के विकास तक प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान करेगी।चयन प्रक्रिया में सटीकता और निष्पक्षता सुनिश्चित करते हुए प्रतिभा की पहचान वैज्ञानिक रूप से डिजाइन किए गए परीक्षणों के माध्यम से की जाएगी।इसके अलावा, प्रदर्शन माप के लिए “भारत बेंचमार्क” स्थापित किया जाएगा,जो विभिन्न विषयों में प्रदर्शन मूल्यांकन के लिए एक एकीकृत उपकरण प्रदान करेगा।”कीर्ति” से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी एकलव्य इस व्यवस्था से बाहर न रह जाए। इसका उद्देश्य गांवों में एथलीटों को प्रशिक्षण सहायता प्रदान करना और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभा पूल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करना है। यह देश भर में बड़े पैमाने पर संगठित मूल्यांकन आयोजित करके प्रतिभा पहचान में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा तथा होनहार एथलीटों की पहचान करने और उनका समर्थन करने के लिए हर कोने तक पहुंचेगा।