जमशेदपुर : इन दिनों शहर में लाखों की विधायक निधि फंड से बने सामुदायिक भवनों का उपयोग व्यावसायिक रूप से किया जा रहा है। साथ ही इसके एवज में किराया भी वसूला जा रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं कई सामुदायिक भवनों में तो अड्डेबाजी के साथ-साथ नशाखोरी भी चल रही है। मगर इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि कदमा क्षेत्र के भाटिया बस्ती सतीघाट रोड प्रतिमा नगर के पास स्थित गैस गोदाम के पीछे स्थानीय लोगों के लिए बने सामुदायिक भवन पर टेंट हाउस संचालक कैलाश के द्वारा कब्जा जमा लिया गया है। जिसमें उसके टेंट हाउस के सामानों के साथ मजदूर भी रहते हैं। वहीं आस-पास रहने वाले बस्ती के लोग वैवाहिक कार्यक्रम समेत अन्य कार्यक्रमों में इसी सामुदायिक भवन का इस्तेमाल करते हैं। जिससे टेंट हाउस संचालक को दोहरी कमाई भी हो रही है। वहीं अपनी कमाई का एक मोटा हिस्सा संचालक के द्वारा संरक्षण देने वाले स्थानीय राजनीतिक पार्टी के नेता को भी दिया जाता है। जिसके कारण अब तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई है। बीते दिनों इसी सामुदायिक भवन में संचालक के द्वारा चोरी की बिजली का इस्तेमाल भी किया जा रहा था। जिसकी सूचना पाकर बिजली विभाग के कर्मचारियों ने छापेमारी कर चोरी भी पकड़ी थी। साथ ही कदमा थाने में मामला भी दर्ज कराया था। बावजूद इसके संचालक धड़ल्ले से सामुदायिक भवन का इस्तेमाल अपने व्यावसायिक कार्यों में कर रहा है। पूरे शहर में बने सामुदायिक भवन का कंट्रोल जमशेदपुर अक्षेस विभाग के पास है। मगर उसके अधिकार भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस संबंध में विभाग के अधिकारी अरविंद तिर्की ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है और इसकी जांच के बाद कार्रवाई भी की जाएगी।