ग्राम सभा की विसंगतियों एवं कमियों को सुधारने के लिए सरकार ने अपनाई है आयु सीमा की नीति

अबुआ आवास के लिए जमा हुए हैं 22 हज़ार से अधिक आवेदन, फंड निर्गत होते ही किया जाएगा लंबित मेटेरियल का भुगतान

गिरिडीह:- प्रखंड विकास पदाधिकारी बेंगाबाद निशा कुमारी ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि बेंगाबाद शहर से काफी समीप में अवस्थित है। यहां काफी संभावनाएं हैं। यहां के युवा यदि एक निर्धारित लक्ष्य के साथ सकारात्मक रूप से सही दिशा में आगे बढ़ें तो इस क्षेत्र का स्वरूप बदल सकता है और यदि वे दिग्भ्रमित होकर अपनी ऊर्जा को नकारात्मक रूप से व्यर्थ करेंगे तो इससे उनका एवं इस क्षेत्र का विकास अवरूद्ध होगा।

आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार के तीसरे चरण पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम प्रखंड में काफी सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ है। इस कार्यक्रम के द्वारा जनता और भी अधिक जागरूक हुई है। सरकार से अनभिज्ञ लोगों में भी सरकार के प्रति संवेदनशीलता आई है। कहा कि प्रखंड में आपकी योजना कार्यक्रम में अबुआ आवास योजना के लिए 22 हज़ार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा के विषय में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि भारत सरकार की योजनाओं को इस कार्यक्रम के द्वारा प्रदर्शित किया जाना था। हम लोगों ने इसे सफल बनाने के लिए अपने स्तर से हर संभव प्रयास किया है।

अबुआ आवास योजना में लाभुकों के चयन हेतु आयू सीमा को वरीयता देने के सरकारी नीति के विषय में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना में जो थोड़ी बहुत कमियां या खामियां रह गई थीं उन्हें संशोधित किया गया है। ग्राम सभा में जो विसंगतियां उजागर हुआ करती थीं उन्हें दूर करने के लिए सरकार ने यह नीति अपनाई है। इस योजना के तहत लाभुकों के चयन की प्रक्रिया को मैन्युअल न कर के कम्प्यूटराईज्ड किया गया है। इसके लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जो लाभुकों के चयन की प्रक्रिया को काफी जिम्मेदारी के साथ धरातल पर क्रियान्वित करने हेतु अपना योगदान देते हैं।
मनरेगा में लंबित मेटेरियल भुगतान एवं पशु शेड की स्वीकृति में अस्थाई रोक पर उन्होंने कहा कि काफी समय से मेटेरियल भुगतान लंबित है, कोष निर्गत होने पर भुगतान किया जाएगा। कहा कि जिले के 2-3 प्रखंडों में अधिक पशु शेड स्वीकृत हो गए थे जिसके कारण फिलहाल प्रखंड में इसकी स्वीकृति अस्थाई रूप से रुकी हुई है।

बदवारा, गोलगो, भलकुद्दर, लुप्पी आदि सुदूरवर्ती ग्राम पंचायतों में ‌विकास की वर्तमान स्थिति के विषय में उन्होंने कहा कि मेरा फोकस प्रखंड के सभी पंचायतों पर एक समान रूप से रहता है। उपरोक्त सभी पंचायत प्राकृतिक रूप से काफी सम्पन्न हैं। रोड कनेक्टिविटी वहां की एक प्रमुख समस्या है। संबंधित विभाग यदि इस मामले में ध्यान दे और लोगों का आवागमन सुलभ हो जाए तो उन क्षेत्रों का और भी अधिक विकास हो सकता है।

Related posts