– श्रीकृष्ण की जीवन चरित्र से शिक्षा लेकर हर परिस्थितियों में मुस्कुराएं – कथावाचक
– साकची रामलीला मैदान में चौथे दिन नंदोत्सव का प्रसंग सुन भक्तिरस में झूमने लगे श्रोता
जमशेदपुर : साकची स्थित श्री रामलीला मैदान में चल रहे भागवत कथा के चौथे दिन मंगलवार कथावाचक स्वामी सर्वज्ञानन्द जी महाराज ने श्रीकृष्ण लीला, श्री गोवर्धन पूजा, झूला उत्सव, छप्पन भोग, श्रीराम जन्म, श्रीकृष्ण जन्म एवं नंदोत्सव की कथा का विस्तार से सुंदर प्रसंग किया। श्री श्री रामलीला उत्सव समिति द्वारा आयोजित भागवत कथा का वाचन करते हुए स्वामी सर्वज्ञानन्द जी महाराज लोगों को धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इस दौरान नंदोत्सव धूमधाम से मनाया गया। नंद बाबा के घर पर उत्सव का सुंदर वर्णन करने से आयोजन स्थल का माहौल नंदोत्सव के रंग में रंग गया। वही श्रद्धालु नंद के आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की का उद्घोष कर रहे थे। इस अवसर पर कथावाचक ने नंदोत्सव का प्रसंग सुनाते हुए भजनों की भाव विभोर करने वाली प्रस्तुतियां भी दी। जिसपर श्रोतागण भक्तिरस में झूमने लगे। साथ ही कथा में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की लीलाओं का सुंदर ढंग से वर्णन किया गया। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण का अद्भुत चरित्र जीवन की हर परिस्थितियों में हमें मुस्कुराने की प्रेरणा प्रदान करता है। इसलिए हमें उनके जीवन चरित्र से शिक्षा लेनी चाहिए। स्वयं के साथ-साथ दूसरे लोग भी खुश रहें और प्रसन्न रहें, ऐसा कार्य करना चाहिए। कथा व्यास ने बाल कृष्ण की अनेकों बाल लीलाओं का वर्णन करने के बाद गोवर्धन पूजा एवं इन्द्र के मान मर्दन की कथा भी सुनाई। भगवान गिरिराज जी महाराज के समक्ष सुंदर छप्पन भोग के दर्शन कराए। उन्होंने यह भी बताया कि जहां सत्य एवं भक्ति का समन्वय होता है, वहां भगवान का आगमन अवश्य होता है। गाय की सेवा एवं महत्व को समझाते हुए बताया कि प्रत्येक हिन्दू परिवार में गाय की सेवा अवश्य होनी चाहिए। क्योंकि गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। उन्होंने गाय के दूध को अमृत के समान बताया। गोवर्धन भगवान की पूजा विधि विधान से कराई। आयोजित भागवत कथा में यजमान ममता-अनिल कुमार चौबे, रीना-दिलीप तिवारी, अखिलेश पांडेय, श्याम खंडेलवाल, संतूलाल खंडेलवाल शामिल हुए। मौके पर मुख्य रूप से डॉ डीपी शुक्ला, रामफल मिश्र, रामगोपाल चौधरी, शंकर सिंघल, पवन अग्रहरी, मनोज कुमार मिश्र, रामकेवल मिश्र, रोहित कुमार मिश्र, अवधेश मिश्र, द्वारिका प्रसाद, प्रमोद खंडेलवाल, प्रदीप चौधरी, सुरेश पाण्डे, मगन पाण्डे, महेश तिवारी, संजय सिंह, गौरीशंकर, बसंत, अनुज समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद थे।