जमशेदपुर : समाहरणालय सभागार जमशेदपुर में शुक्रवार डीसी मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में यातायात एवं सड़क सुरक्षा समिति की एक बैठक संपन्न हुई। जिसमें सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा, ब्लैक स्पॉट्स पर किए गए सुधारात्मक कार्य, सघन वाहन जांच, हिट एंड रन के मामले, विद्यालयों में सड़क सुरक्षा संबंधी जागरूकता कार्यक्रम आदि की समीक्षा की गई। बैठक में डीसी ने ड्रिंक एंड ड्राइव और दो पहिया वाहनों में साइलेंसर मॉडिफिकेशन के मामले में सख्ती बरतने का निर्देश देते हुए कहा कि पकड़े जाने पर ऐसे वाहन चालकों का तत्काल ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने की कार्रवाई करें। साथ ही एफआईआर करने का निर्देश भी दिया गया।
सड़क दुर्घटना के घायलों को मदद के लिए आगे आने वाले गुड समारिटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रत्येक माह की बैठक में प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का निर्देश दिया गया। मोटरवाहन जनित सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति की सहायता करने तथा गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाने में सहायता करने वाले नेक व्यक्ति को प्रोत्साहित करने के लिए नगद पुरस्कार 2000 रुपए के साथ साथ प्रशस्ति पत्र देने का प्रावधान है। बैठक में बताया गया कि अगस्त माह में जिले में कुल 29 सड़क दुर्घटनाएं हुईं और जिसमें 20 लोगों की मृत्यु हो गई। साथ ही 10 लोग घायल भी हुए। इन दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में तेज रफ्तार, हेलमेट का प्रयोग न करना, ओवरलोडिंग, ड्राइविंग में लापरवाही, ड्रिंक एंड ड्राइव प्रमुख कारण थे।
जिसको लेकर डीसी ने डीटीओ एवं ट्रैफिक डीएसपी को सघन वाहन जांच अभियान चलाने का निर्देश देते हुए कहा कि दो पहिया वाहन चालक एवं पीलियन राइडर का हेल्मेट तथा चार पहिया वाहन सवारों में सीट बेल्ट की जांच सख्ती से करें। तेज गति तथा स्टंट करने वाले युवाओं पर भी सख्ती बरतने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए साइन बोर्ड, बैरियर, रम्बलस्ट्रिप, स्पीड लिमिट का बोर्ड लगाएं। हाइवे किनारे सूखे पेड़ों को गिराने तथा टहनियों की छंटाई कराने की बात भी उन्होंने कही। वहीं अगस्त माह में सड़क सुरक्षा नियमों की अवहेलना पर कुल 164 लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किया गया है।
वाहनों जांच अभियान में बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चालकों और बिना सीटबेल्ट के चारपहिया वाहन चालकों समेत अन्य मामलों में करीब 19 लाख रूपए जुर्माना भी वसूला गया है। स्कूल बसों एवं वैन में सुरक्षा मानकों का अनुपालन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच करने, स्कूल एवं कॉलेजों में सड़क सुरक्षा के प्रति नियमित जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाने का निर्देश भी दिया गया। मानगो बस स्टैंड के बाहर गोलचक्कर के पास बस रोककर सवारी बैठाने वाले बस संचालकों के विरूद्ध सख्ती का निर्देश भी दिया गया। उन्होंने कहा कि जाममुक्त रखने में प्रशासन के साथ-साथ बस संचालकों की जिम्मेदारी भी है। आगे डीसी ने शहर में ऑटो चालकों की पहचान के लिए ड्रेस कोड का अनुपालन कराने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया।
साथ ही ऑटो के दायीं साइड को बंद करने जिससे सवारी उधर से न उतर सकें, इस निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित कराने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि ऑटो के दाहिने ओर से उतरने वाले सवारियों के कारण सड़क दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। जिसके लिए उन्होंने यातायात एवं सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में ऑटो एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को भी उपस्थित रहने तथा सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि को भी शामिल करने का निर्देश दिया। मौके पर डीडीसी मनीष कुमार, एसडीएम धालभूम पीयूष सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी, एसडीएम घाटशिला सत्यवीर रजक, जिला परिवहन पदाधिकारी धनंजय, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार, डीएसपी सीसीआर अनिमेष गुप्ता, जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी, बस एसोसिएशन के प्रतिनिधि समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।