नल-जल योजना में संवेदक कर रहे हैं मनमानी, योजना के नाम पर की जा रही है केवल खानापूर्ति- मुखिया

डेड चापाकलों के पास जल मीनार खड़ा कर की जा रही है पैसों की निकासी

मामले की होगी जांच,सही पाए जाने पर रोका जाएगा काम- कार्यपालक अभियंता

गिरिडीह:- डुमरी प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मध गोपाली में नल-जल योजना को लेकर संवेदकों के द्वारा मनमानी की जा रही है। योजना के नाम पर खानापूर्ति करते हुए सरकारी पैसों की निकासी और बंदरबांट की जा रही है। डेड पड़े चापाकलों के पास जल मीनार खड़ा कर केवल धन उगाही किया जा रहा है। पंचायत वासियों को पानी नहीं मिल पा रहा है।
उपर्युक्त बातें स्थानीय मुखिया जागेश्वर महतो ने कही। उन्होंने आगे कहा कि पंचायत के विभिन्न गांवों में कमोबेश ऐसी ही स्थिति है। प्रायः सभी स्थानों पर डेड पड़े चापाकलों के पास जल मीनार खड़ा करने के लिए स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। पंचायत की जनता पानी के लिए तरस रही है और संवेदक योजना के नाम पर केवल खानापूर्ति करने एवं पैसों की निकासी करने में लगे हुए हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि ऐसे स्थानों पर जल मीनार के लिए स्ट्रक्चर बनाने का विरोध करने पर संवेदक बात नहीं मानते हैं और मनमानी करते हैं। कहा कि इस योजना के तहत किए जा रहे बोरिंग एवं बनाए जाने वाले जल मीनारों की जांच होनी चाहिए।

क्या कहा कार्यपालक अभियंता ने

उपर्युक्त विषय पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता मुकेश कुमार ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों की शिकायत के विरुद्ध निमार्ण स्थलों एवं कार्यों की जांच की जाएगी। ग्रामीणों की शिकायत सही पाए जाने पर निर्माण कार्य को रोक दिया जाएगा। उचित स्थानों को चिन्हित कर बोरिंग एवं जल मीनार का निर्माण करवाया जाएगा ताकि लोगों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

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