झारखंड के सरकारी स्कूलों के क्लास 1 से 8 की किताबें अगले साल से बदल जाएंगी. शैक्षणिक सत्र 2024-25 से बच्चों को नई किताबें मिलेंगी. नई किताबों में कई बदलाव किये जा रहे हैं. कई नए चैप्टर भी जोड़े जाएंगे. वहीं एनसीईआरटी की अंग्रेजी में छपी किताबों (अंग्रेजी को छोड़ कर) का हिंदी में अनुवाद करके बच्चों तक पहुंचाया जाएगा, ताकि बच्चे हिंदी में पढ़ाई कर आसानी से विषय के बारे में समझ विकसित कर सकें. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश पर झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. पाठ्यक्रम निर्माण और किताबों के अनुवाद को लेकर काम शुरू हो गया है.
प्रिंटिंग और पेपर की गुणवत्ता में भी होगा सुधार
क्लास 1 से 8 तक की किताबों का डिजाइन और निर्माण जेसीआईआरटी के द्वारा कराया जाता है. हर साल 1 से 8 तक की 42 किताबें प्रकाशित की जाती है. इन सभी किताबों में इस बार कुछ न कुछ संशोधन किया जाएगा. जेसीआईआरटी नये सत्र (2024-25) के लिए छपने वाली किताबों की प्रिंटिंग और पेपर की गुणवत्ता में भी सुधार करेगा. नए सत्र से आने वाली किताबों में जोड़े जाने वाले नये चैप्टरों से छात्रों को कई नई जानकारी मिलेगी. बच्चों को स्वास्थ्य, सड़क सुरक्षा और कृषि जैसे कई क्षेत्रों से जुड़ी जानकारी दी जाएगी. साथ ही किताबों में पहले से हाथ से बनाई गई पेंटिंग वाले चित्रों को हटाकर डिजिटल इलस्ट्रेशन से बने चित्रों को लगाया जाएगा.
नई किताबों में जोड़े जाएंगे ये नये चैप्टर
झारखंड का इतिहास
झारखंड की कला-संस्कृति
हेल्थ और वेलनेस
सड़क सुरक्षा
जल संरक्षण
ऊर्जा संरक्षण
कृषि
लैंगिक समानता