मेदिनीनगर: पलामू जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के पिपरा के पूरणचंद महतो ने चौथी पत्नी का प्यार पाने के लिए ससुराल वालों को फंसाने की साजिश रची थी। उसकी सोच थी कि कैसे भी करके पत्नी के दिल में उसके प्रति प्रेम का भाव उत्पन्न हो जाये। पत्नी द्वारा उसके साथ रहने से इनकार करने पर शुरुआत में उसने सुसाइड करने की कोशिश की, लेकिन जहर का डब्बा गिर जाने के कारण उसने अपने हाथ पैर घर मवेशी बांधने वाली रस्सी से बांधकर रात भर बाँसगुरु स्थित अमानत नदी में सोया रहा। खुद से बालू डालकर अपने शरीर को ढक लिया था, ताकि कोई देखे तो पता चले कि उसके ससुराल वालों ने हाथ पैर बांधकर पिटाई की और फिर अमानत नदी में दफना दिया।इस क्रम में युवक बचाने की गुहार लगाता रहा, लेकिन देर शाम से रात भर नदी में कोई नहीं आया। युवक रातभर पड़ा रहा। सुबह में मॉर्निंग वॉक में निकले लोगों ने उसे देखा। उसकी रस्सी खोलकर इलाज के लिए भेजा।
मामले में छानबीन करते हुए तरहसी पुलिस ने इसका खुलासा किया। पुलिस के अनुसार 20 मई को पूरणचंद अपनी पत्नी को लेने नवगढ़ गया था। लेकिन पत्नी उसके साथ आने से इनकार कर दी। अगले दिन पंचायत हुई। इसमें भी वही निर्णय हुआ। 22 मई को पूरणचंद के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तरहसी थाना में दर्ज कराई।पत्नी के साथ नहीं आने के कारण पूरणचंद दो दिनों तक जहां-तहां घूमता रहा। 24 मई की शाम वह चुपके से अपने घर गया और शर्ट बदला। मवेशी बांधने वाली रस्सी व कीटनाशक दवा लेकर निकल गया। पूरणचंद को उसकी गुमशुदगी के संबंध में मामला दर्ज करने की जानकारी थी। पूरणचंद पिपरा से तेतराईं तक सवारी गाड़ी से पहुंचा। जबकि वहां से बांसगुरु अमानत नदी पैदल तय किया। जिस जगह पर उसने सारा नाटक किया उससे आधा किलोमीटर दी दूरी पर उसका ससुराल है।पूरणचंद ने बताया कि पत्नी द्वारा साथ आने से इनकार करने पर वह पूरी तरह से टूट गया था और उसे समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें। अंततः उसनें अपनी पत्नी का प्यार पाने और उसके दिल में अपनी जगह बनाने के लिए सारा नाटक किया। उसे अपने किए पर काफी पछतावा है।बता दे की पूरणचंद की पहली शादी से एक बेटी है और वह नाइंथ क्लास में पढ़ती है जबकि तीसरी शादी से भी एक बच्ची है जो कक्षा 8 की छात्रा है। चौथी पत्नी से कोई बच्चा नहीं था। शादी से पहले ही वह एक बच्चे की मां थी।इधर, तरहसी के थाना प्रभारी नीरज कुमार ने कहा कि पूछताछ के बाद पूरणचंद ने सारे नाटकीय घटनाक्रम की जानकारी दी। उसके साथ किसी ने मारपीट नहीं की थी। पूरणचंद गायब नहीं हुआ था। इस कारण उसके परिजनों के द्वारा दर्ज कराए गए सनहा को वापस कर दिया गया है और युवक को भी उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।