डीसी और एसएसपी ने दुर्गापूजा को लेकर केन्द्रीय शांति समिति के साथ की बैठक

 

जमशेदपुर : सिदगोड़ा स्थित बिरसा मुंडा टाउन हॉल में सोमवार को डीसी अनन्य मित्तल और एसएसपी किशोर कौशल द्वारा शांतिपूर्ण एवं सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में दुर्गापूजा के आयोजन को लेकर केन्द्रीय शांति समिति के साथ बैठक की गई। जिसमें विधि व यातायात व्यवस्था, भीड़ को व्यवस्थित करने, सुरक्षा संबंधी अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा भी की गई। बैठक में रूरल सह सिटी एसपी ऋषभ गर्ग, एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, अपर नगर आयुक्त मानगो नगर निगम रंजीत लोहरा, एडीसी डेविड बलिहार, डीटीओ धनंजय, एलआरडीसी गौतम कुमार, सभी बीडीओ, सीओ, डीएसपी, थाना प्रभारी समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में केंद्रीय शांति समिति के सदस्यों ने विभिन्न पूजा समितियों से संबंधी अपनी बातें रखी। जिसमें साफ-सफाई, जलापूर्ति, निर्बाध बिजली आपूर्ति, महिला आरक्षियों की प्रतिनियुक्ति, सड़क मरम्मती करण, ड्रॉप गेट, विसर्जन घाट पर आवश्यक व्यवस्था आदि शामिल रही। जिसपर जिला प्रशासन की ओर से आश्वस्त किया गया कि थानावार आयोजित शांति समिति की बैठक के फीडबैक पर कार्य किया जा रहा है और ससमय व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जाएगा। इस दौरान डीसी ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम में दुर्गापूजा त्योहार का सफल आयोजन एवं बिना किसी समस्या का इतने सालों से संचालन करने का श्रेय यहां के जिलावासियों को जाता है और यह भी जिम्मेदारी देता है कि इस वर्ष तथा आने वाले वर्षों में भी उसी शांति एवं विधि व्यवस्था को बरकरार रखते हुए पूजा करेंगे। जिला प्रशासन द्वारा त्योहार में सभी आवश्यक सुविधाएं सुचारू रूप से संचालित हो, इसकी लगातार समीक्षा भी की जा रही है। सुरक्षा व विधि व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के प्रति कार्य किए जा रहे हैं। जिसमे आप सभी के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन सजगता से कार्य कर रही है। उन्होंने तय विसर्जन रूट का इस्तेमाल करने की बात कहते हुए कहा कि अंतिम समय में कोई भी फेरबदल न किया जाए। स्थानीय थाना के साथ समन्वय बनाते हुए विसर्जन घाट जाएं। सभी पंडालों में जनरेटर की व्यवस्था और माइकिंग सिस्टम दुरुस्त रखें। पंडालों के बाहर पार्किंग स्थल पूर्व से ही चिन्हित हो। किसी के साथ भी किसी तरह का दुर्व्यवहार न हो या तो छेड़खानी ना हो। महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। साथ ही इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए महिला वॉलिंटियर्स को रखा जाए।सीसीटीवी में रिकॉर्डिंग हो रहा हा या नहीं, इसे पहले से जांच लें। सभी पंडाल समिति विद्युत और अग्निशमन विभाग से एनओसी जरूर लें और यह आम जनों की सुरक्षा के लिए अति आवश्यक है। सोशल मीडिया को लेकर उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से गलत तथ्यों को फारवर्ड/शेयर करते हैं। सभी लोगों को इसको लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है। आईटी एक्ट काफी सख्त है। किसी भी तरह के फेक वायरल न्यूज को फॉरवर्ड न करें तथा थाना, सीओ, बीडीओ या प्रशासन के वरीय पदाधिकारी से बात कर उसके सत्यता की जांच कराएं। उन्होंने समस्त जिलेवासियों से सुरक्षित और शांतिपूर्ण ढंग से त्योहार संपन्न कराने में जिला प्रशासन को अपेक्षित सहयोग प्रदान करने की अपील भी की है। इसी तरह एसएसपी ने कहा कि क्राउड मैनेजमेंट बहुत जरूरी है और जिससे अनुशासनात्मक तरीके से पंडाल परिवार में आवागमन किया जा सके। महिलाओं और पुरुषों का प्रवेश और निकास अलग अलग हो यह सुनिश्चित किया जाए। ध्यान रखा जाए कि किसी भी समय पंडाल की क्षमता से अधिक लोग पंडाल के अंदर न हो। पंडालों में प्रवेश-निकास द्वारा अलग-अलग हो। सीसीटीवी पंडाल और मेला परिसर में लगाये जाएं तथा आयोजन समिति का एक सदस्य और एक कांस्टेबल द्वारा लगातार वीडियो की मॉनिटरिंग की जाए। समिति द्वारा वॉलंटियर का लिस्ट थाना को उपलब्ध करवाया जाए और थाना प्रभारी द्वारा वॉलंटियर की ब्रीफिंग किया जाए। अग्निशमन वाहन के लिए अप्रोच रोड उपलब्ध रहे। बिजली के खुले व झूलते तार न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। आगे उन्होंने कहा कि खोया पाया अनाउंस किए जाने के वक्त किसी भी अन्य प्रकार के म्यूजिक सिस्टम को रोका जाए। उन्होंने कहा पंडालों में फर्स्ट एड बॉक्स हमेशा उपलब्ध रखा जाए।

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