एमजीएम की व्यवस्था में कब हो सुधार, हर 10 दिनों में लिफ्ट हो जाती है खराब

– रैंप से धकेलकर खाना पहुंचाते हैं कर्मचारी वार्ड तक

जमशेदपुर : कोल्हान के एकमात्र सरकारी अस्पताल एमजीएम की व्यवस्था में कब सुधार होगी, इसकी कोई गारंटी नहीं है। रोजाना यहां की व्यवस्था किसी न किसी कारणवश खराब ही रहती है। ताजा मामला है अस्पताल के नए बिल्डिंग के लिफ्ट खराब होने का। बताया जा रहा है कि नई बिल्डिंग में मरीजों और कर्मचारियों की सुविधा के लिए दो-दो लिफ्ट लगाए गए हैं। इस बिल्डिंग के पहले और दूसरे तल्ले में पीडिया व बर्न वार्ड है और जो काफी गंभीर विभाग भी है। बावजूद इसके हर 10 दिनों में बिल्डिंग की बाहर वाली लिफ्ट खराब हो जाती है। इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी अस्पताल के स्थाई कर्मचारी राजेश प्रसाद सिन्हा की है और जो अस्पताल में बिजली मेंटेनेंस का काम देखते हैं। बताया जा रहा है कि लिफ्ट खराब होने के बाद इनके द्वारा काम चलाऊ काम कर लिफ्ट को चालू कर दिया जाता है। जिसके कुछ दिनों बाद फिर वही स्थिति पैदा हो जाती है। मगर आज तक लिफ्ट का स्थाई समाधान ढूंढा नहीं गया है। जबकि लिफ्ट के खराब होने से मरीजों और उनके परिजनों के साथ-साथ खाना देने वाले कर्मचारियों को भी भारी परेशानी हो रही है। सिर्फ इतना ही नहीं कर्मचारी रैंप से धकेलकर ट्रॉली को पहले और दूसरे तल्ले तक लेकर जाते हैं। जिसके बाद ही मरीजों को खाना दिया जाता है। वहीं 10 दिनों ज्यादा से लिफ्ट खराब है। मगर किसी ने भी इसकी जानकारी लेनी जरूरी नहीं समझी। इस संबंध में अधीक्षक डॉ रविंद्र कुमार ने कहा कि लिफ्ट खराब होने की जानकारी मिली है और इसे बहुत जल्द ठीक करा लिया जाएगा।

Related posts