112 एकड़ जमीन में काट कर रखे गए धान का नुकसान
संजय सागर
बड़कागांव: बड़कागांव प्रखंड में मिचोंग चक्रवात के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कृषि प्रधान प्रखंड बड़कागांव के खेतों एवं खलिहानों में काट कर रखे गए धान 45 प्रतिशत नुकसान हो गया. इसके अलावे चिमनी भट्टा एवं बंगला भट्ठा के लिए बनाए गए ईंटे 80 प्रतिशत नुकसान हो गया. वही बड़कागाउन प्रखंड में लगाए गए आलू गेहूं, के फसलों को लाभ हुआ. बारिश होने से नुकसान हो गया. बेमौसम बारिश होने के कारण तापमान में गिरावट आई है. बड़कागांव का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस था. इस क्षेत्र में ठंड बढ़ गई. बड़कागांव के खैरातरी निवासी रामेश्वर महतो, चांदो देवी ने बताया कि 20 कट्ठा में लगाया गया धान को काटकर खेत और खलिहान में रखा था. गुरुचट्टी के किसान चमन महतो, राम अवतार महतो, बड़कागांव के अंबेडकर मोहल्ला के कृषक माहेश्वरी राम, ने बताया कि बारिश कम हुई थी इसके बावजूद भी कर्ज और ऋण लेकर पटोंन पटवा कर हम लोगों ने धान को लगाया था. लेकिन जब धान झाड़ कर घर ले जाने की बारी आई तो बारिश ने उसे भी नुकसान कर दिया. बड़कागांव के किसानों के अनुसार बड़कागांव 10 एकड़, सांढ पंचायत में 10 एकड़, बादम में 8 एकड़, गोंदलपूरा में 12 एकड़, आँगो में 11 एकड़, तलसवार में 12 एकड़, नापोखुर्द वा नापोकलां में 15 एकड़, महुगायीकलां में 10 एकड़, सीकरी में 12 एकड़, नया टांड़ में 12 एकड़ में लगाए गए धन को काटकर खेत और खलिहान में रखा गया था जो नुकसान हो गया.