जमशेदपुर : पोटका विधायक संजीव सरदार ने सोमवार शीतकालीन विधानसभा सत्र के दौरान मिचोंग चक्रवात तूफान से पोटका और डूमरिया प्रखंड में किसानों को हुए फसल क्षति का मुद्दा उठाया। इस दौरान उन्होंने विधानसभा पटल में कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न गांव के ग्रामीणों के तैयार फसल मिचोंग चक्रवात के कारण बर्बाद हो गए है। वहीं क्षेत्र भ्रमण के दौरान कृषकों ने अपना दुखड़ा उन्हें सुनाते हुए आर्थिक नुकसान होने की बात भी कही। जिसे वे सदन के माध्यम से सरकार को अवगत कराना चाहता है। फसल नष्ट होने से कृषकों को अपनी जीविकोपार्जन के लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को क्षतिग्रस्त फसलों के लिए “फसल राहत योजना” के जरीए मुआवजा दिया जाय।वहीं झामुमो विधायकों द्वारा शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा में केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा से वन संशोधन विधेयक 2023 पारित करने पर विरोध प्रदर्शन भी किया। जिसमें पोटका विधायक संजीव सरदार भी शामिल हुए। इस दौरान विधायकों ने हाथों में तख्ती लेकर कहा कि भाजपा की सोच आदिवासियों के अधिकारों का हनन करना है। इसीलिए वन अधिकार कानून में संशोधन कर केंद्र सरकार दमनकारी नीति को अपना रही है। अपने उद्योपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए भाजपा शासित सरकारें जंगल पर निर्भर लोगों एवं आदिवासी समाज को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। मगर झारखंड और देश भर के आदिवासी समाज उनकी चलने नहीं देगें। पूर्व के समय भी कुछ ऐसा ही प्रयास किया गया था। मगर उनके मंसूबों को कामयाब होने नहीं दिया गया।
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