जमशेदपुर : विधायक सरयू राय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि दिवालिया घोषित केबुल कंपनी के एनसीएलएटी द्वारा नियुक्त रिजोल्यूशन प्रोफेशनल (आरपी) पंकज टिबड़ेवाल को केबुल कंपनी परिसर में स्थित श्री लक्ष्मी-नारायण मंदिर (बिड़ला मंदिर) का जीर्णोद्धार कार्य करने की विधिवत सूचना दी है। साथ ही उन्हें आगामी 7 जुलाई को मंदिर में हो रहे श्री लक्ष्मी-नारायण प्राण-प्रतिष्ठा यज्ञ में शामिल होने के लिए आमंत्रित भी किया गया है। वहीं टिबड़ेवाल को भेजे गये आमंत्रण-पत्र में उन्होंने बताया है कि केबुल कंपनी परिसर में स्थित श्री लक्ष्मी-नारायण मंदिर (बिड़ला मंदिर) का ढांचा जर्जर हो चुका है। इसका निर्माण कार्य करीब 30 वर्ष पहले कंपनी ने स्थगित कर दिया था और तभी से मंदिर परिसर में जंगल-झाड़ उग आए। मंदिर के ढांचा के ऊपर पीपल, बरगद आदि के छोटे-छोटे वृक्ष उग आए हैं। इस ढांचा के जर्जर होकर ध्वस्त हो जाने का खतरा को देखते हुए उन्होंने इसका जीर्णोद्धार करने का निर्णय लिया है और जीर्णोद्धार कार्य प्रगति पर है। आगामी 7 जुलाई को मंदिर में विधिवत लक्ष्मी-नारायण की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने टिबड़ेवाल को याद दिलाया कि इस भव्य और विशाल मंदिर का निर्माण इंडियन केबुल कंपनी द्वारा किया जा रहा था। परन्तु कंपनी की वित्तीय स्थिति खराब होने के कारण इसका निर्माण स्थगित हो गया। उन्होंने पंकज टिबड़ेवाल से आग्रह किया है कि मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य प्रक्रियाधीन है। इसके पूरी तरह से पुराने स्वरूप में आने के लिए काफी काम करना अभी बाकी है। इस बीच गर्भगृह, गोपुरम और मंदिर की सीढ़ियों का मरम्मत कर दिया गया है। ताकि गर्भगृह में श्री लक्ष्मी-नारायण प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा हो सके। विधायक सरयू राय ने पंकज टिबड़ेवाल को भेजे गए आमंत्रण पत्र की प्रति कंपनी के मजदूरों की ओर से एनसीएलएटी में मुकदमा लड़ रहे अधिवक्ता अखिलेश श्रीवास्तव को भी दिया है। उन्हें श्री लक्ष्मी-नारायण मंदिर जीर्णोद्धार समिति का कानूनी सलाहकार नामित किया है। अधिवक्ता श्रीवास्तव ने कंपनी का कानूनी सलाहकार होने का सरयू राय का आग्रह स्वीकार कर लिया है। उन्होंने भेजा हुआ आमंत्रण पत्र भी स्वीकार कर लिया है।