दिसंबर पार नहीं कर पाएगी हेमंत सरकार – सरयू राय

भारतीय जनतंत्र मोर्चा के प्रतिनिधि सम्मेलन में दिया बड़ा बयान

झारखंड सरकार विधि सम्मत तरीके से नहीं कर रही है काम, ईडी की कार्यशैली पर संदेह करना कहीं से भी ठीक नहीं

जमशेदपुर : भारतीय जनतंत्र मोर्चा के मुख्य संरक्षक सह जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा कि जो संकेत मिल रहे हैं, जिस तरह की सूचनाएं आ रही हैं, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि झारखंड की हेमंत सरकार दिसंबर तक शायद ही बरकरार रहे। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड सरकार विधि सम्मत तरीके से काम नहीं कर रही है। करप्शन बेहद तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही सरकार से शिकायत करने के बावजूद कोई असर नहीं हो रहा है। उक्त बातें रविवार कृष्णा पैलेस में मोर्चा के तत्वावधान में आयोजित प्रतिनिधि सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोग ईडी की मंशा पर सवाल उठाते हैं। लोग मुझसे पूछते हैं कि ईडी सिर्फ विपक्षी पार्टियों के ही खिलाफ कार्रवाई करती है। क्या ईडी पक्षपातपूर्ण तरीके से काम नहीं करती? हो सकता है कि कहीं ईडी पर पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप सत्य हो। मगर क्या जिन चीजों, जिन तथ्यों, जिन दस्तावेजों को ईडी बाहर निकाल रही हैं, वह भी गलत है? वहीं विधायक सरयू राय ने कहा कि ईडी को लेकर देश भर में तरह-तरह की बातें की जाती रही हैं। आज भी की जा रही हैं। मगर मेरा सवाल यह है कि ईडी ने जिनके विरुद्ध भी कार्रवाई की है, उस कार्रवाई में कोई मीन-मेख निकला हो तो उसे सार्वजनिक करना चाहिए और अगर कोई भ्रष्टाचार कर रहा है तो ईडी कार्रवाई ही करेगी। अगर आपको लगता है कि ईडी की कार्रवाई में कोई गड़बड़ी है तो आप सप्रमाण उसे पब्लिक डोमेन में रखें। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार में करप्शन काफी बढ़ गया है और जो भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री को कई बार लिखित में बताया कि यहां गड़बड़ी हो रही है। मगर उन गड़बड़ियों को दुरुस्त करने, एक्शन लेने का टाइम मुख्यमंत्री के पास है ही नहीं। जिस मुख्यमंत्री के पास गड़बड़ियों की जांच करवा कर दोषियों को सजा देने का टाइम नहीं, उसे मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने विधानसभा में सुबूतों के साथ तथ्य रखे। मगर उनपर कोई एक्शन नहीं हुआ। स्पीकर के निर्देश के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कोई भी करप्शन चार्जेज हो, सरकार तुरंत एक कमेटी गठित कर कहती है कि 30 दिनों के अंदर रिपोर्ट दें। साथ ही 30 दिनों के अंदर रिपोर्ट आ जानी चाहिए। मगर झारखंड में तो तीन-तीन साल तक कोई रिपोर्ट नहीं आती। ये काम करने का कौन सा तरीका है? जब कमेटी ने रिपोर्ट नहीं दी तो फिर आपने क्या एक्शन लिया? कुछ भी नहीं। इससे साफ है कि सरकार चीजों को छुपाना चाहती है। दवा घोटाले पर उन्होंने सुबूतों के साथ चीजों को विधानसभा में रखा और चीजें साबित भी हो गईं। स्पीकर ने निर्देश भी दे दिया। मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगर सरकार ऐसे ही चलेगी तो प्रशासन से आपका नियंत्रण खत्म हो जाएगा और यही हो भी रहा है। सरकार चाह कर भी चीजों को नहीं रोक पा रही है। इसलिए उन्हें लगता है कि यह सरकार दिसंबर का महीना भी नहीं पार कर पाएगी। सरकार पर गंभीर संकट है। आगे उन्होंने कहा कि वे 32 के खतियान के विरोध में नहीं है। आप करना चाहते हैं तो करें। मगर आपको 1932 और 2023 के बीच जो कुछ भी इस राज्य में घटा है, उसे समझना पड़ेगा और उसे न भूलें। अगर उसे भूलेंगे तो राज्य नहीं चलेगा। लोग दिखाएं अपना खतियान। हमें उससे कोई तकलीफ नहीं। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि झारखंड को अपना राज्य मानें। तभी बेहतर भविष्य सामने आएगा।भारतीय जनतंत्र मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए भारतीय जनतंत्र मोर्चा ही सबसे भरोसेमंद पार्टी है। यह पार्टी लगातार बढ़ रही है और हम सरयू राय के बताए रास्ते पर चल रहे हैं। हमारी पार्टी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मजबूत उम्मीदवार उतारेगी। वही कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों से आए हुए सैकड़ों लोगों ने सरयू राय की उपस्थिति में भाजमो की प्राथमिक सदस्यता भी ग्रहण की। इस प्रतिनिधि सभा को मोर्चा के केंद्रीय सचिव सोमेन दत्ता, केंद्रीय उपाध्यक्ष पीएन सिंह, धनबाद जिलाध्यक्ष उदय सिंह समेत कई जिलों से आए मोर्चा के जिला अध्यक्षों ने भी संबोधित किया। मंच संचालन मोर्चा के महासचिव आशीष शीतल मुंडा एवं धन्यवाद ज्ञापन व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुशील कुमार ने किया। मौके पर मुकेश पांडेय, निरंजन सिंह, संतोष श्रीवास्तव, किरण तिवारी, निशि पांडये, सुयश पांडेय, अशोक ठाकुर, पंकज सिंह, राजीव रंजन सिंह, मनोज सिंह, अभिषेक चौबे, शिवानी लता, सद्दाम, असरार हुसैन, बजरंगी साव, संतोष कुमार सोनी, रेहाना खातुन, अदनान, मिथिलेश कुमार, रिक्की, आफरीदी, सनातन मिश्रा, सन्नी कुमार, यशराज गुप्ता, अर्चना, मनीष कुमार, अविनाश, नदीम, किरण पाठक, सुरभि सिंह समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।

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