विधायक सरयू राय ने धनबाद भाजपा लोकसभा प्रत्याशी ढुल्लू महतो का एक और घोटाला किया उजागर

– ईडी को दिए चार कंपनियों में निदेशक और पार्टनर होने के सबूत

जमशेदपुर : विधायक सरयू राय ने शुक्रवार धनबाद के भाजपा लोकसभा प्रत्याशी ढुल्लू महतो के विरुद्ध एक और घोटाला का मामला उजागर किया है। साथ ही इसका सबूत ईडी को भी दिया है। प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से उन्होंने खुलासा किया है कि ढुल्लू महतो का चार कंपनी में शेयर है और जिसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही इन कंपनियों में शामिल लोगों की भी जांच होनी चाहिए। जिसके तहत उन्होंने धनबाद डेयरी प्राइवेट लिमिटेड, मुंडेन ओर मैनेजमेंट सर्विसेज प्रा. लि, श्री जीन भवानी कंस्ट्रक्शन डेवलपर प्रा. लि. और इंदुकुरी मधुबंध प्रोजेक्ट्स प्रा. लि. कंपनी की सारी जानकारी भी साझा किया है। जिसमें से तीन कंपनियां झारखंड धनबाद जिला के कतरास एवं बाघमारा के विभिन्न पते पर है। वहीं एक कंपनी हैदराबाद के पते पर कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत हैं। साथ ही चारों कंपनियां सक्रिय भी हैं। उन्होंने कहा कि मुंडेन ओर मैनेजमेंट सर्विसेज प्रा. लि. और इंदुकुरी मधुबंध प्रोजेक्ट्स प्रा॰ लि. कंपनी में से एक आशुतोष राय नंदी ऊर्फ मिंटू राय नंदी निदेशक के रूप में शामिल हैं। इसी तरह धनबाद डेयरी प्रा. लि. और मुंडेन ओर मैनेजमेंट सर्विसेज प्रा. लि. कंपनी में भाजपा के घोषित लोकसभा चुनाव उम्मीदवार ढुल्लू महतो भी शेयर धारक रहे हैं। वहीं धनबाद डेयरी प्रा. लि. में उनका शेयर 5 लाख रूपए और मुंडेन ओर मैनेजमेंट सर्विस प्रा. लि. कंपनी में 1 लाख रूपए का शेयर होने का उल्लेख उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष शपथ पत्र पर प्रस्तुत अपने आयकर विवरणी में किया है। साथ ही वे इनमें निदेशक भी रहे हैं। मगर वर्तमान में वे इनमें निदेशक नहीं हैं। वे इन कंपनियों में अभी भी शेयर धारक हैं या फिर अपना शेयर उन्होंने किसी को बेच दिया है। इसकी जानकारी वे स्वयं दे सकते हैं। इसके अलावा पार्टनरशिप फर्म कावेरी वेयर हाउस में भी वे पार्टनर रहे हैं। कुछ वर्ष पहले तक इस फर्म में उनकी हिस्सेदारी 40 लाख रूपए रही है। जबकि वर्तमान में स्थिति क्या है इसकी जानकारी वे ही दे सकते हैं। झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनबाद के सोमनाथ चटर्जी की जनहित याचिका का निष्पादन करते हुए विधायक ढुल्लू महतो की आय की तुलना में अधिक नामी-बेनामी संपत्ति के आरोपों की जांच करने के लिए ईडी और आयकर विभाग को निर्देश दिया है। जिसके अनुरूप ईडी ने झारखंड उच्च न्यायालय में शपथ पत्र दायर कर बताया है कि उन्होंने इसकी जांच के लिए मुकदमा (इसीआइआर) दायर कर जांच करना आरम्भ भी कर दिया है और जो प्रगति पर है। गत एक वर्ष में इडी जांच में क्या प्रगति हुई है, इसकी जानकारी इडी को सार्वजनिक करनी चाहिए या झारखंड उच्च न्यायालय को इस संबंध में जानकारी देनी चाहिए। उपर्युक्त चार कंपनियों और वेयर हाउस की शुरू से अब तक की गतिविधियों की जांच भी इडी करें। इससे कोयलांचल खासकर बाघमारा कोल एरिया में बड़े पैमाने पर चल रहे मनी लाउंड्रिंग (धनशोधन) का पर्दाफाश होगा। एक अति गंभीर जानकारी यह भी है कि इंदुकुरी मधुबंध प्रोजेक्ट्स प्रा॰ लि॰ 16 अक्टूबर 2023 को कंपनी एक्ट में पंजीकृत हुई है और मात्र दो माह के भीतर 11 दिसंबर 2023 को इसे बीसीसीएल में एक बड़ा काम मिल गया है। यह काम मधुबंध कोयला खदान से अगले 25 वर्षों तक कोयला निकालने एवं अन्य संबद्ध गतिविधियां करने का है। जिसमें बीसीसीएल को कुल कमाई का मात्र 5.40 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा। अंत में उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (इडी) उपर्युक्त विवरण के आलोक में जांच शीघ्र पूरा करें और दोषियों को विधिसम्मत दंड दिलवाए नहीं तो कुछ दिन बाद इडी के ये क्लाइंट इनके पहुंच क्षेत्र से बाहर हो जाएंगे और इडी के लिए इनपर हाथ डालना मुश्किल हो जाएगा।

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