कतरासगढ़ स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाने की आड़ में ठीकेदार द्वारा घोर अनीमियता

यात्रियों राहगीरों के ऊपर ध्यान न देकर ठीकेदार द्वारा मनमाने ढंग से काम किया जा रहा है.

 

धनबाद: कतरासगढ़ स्टेशन पर स्वच्छ भारत योजना के तहत अमृत योजना के अंतर्गत मॉडल स्टेशन बनाया जाना है, जिसमें ठेकेदार द्वारा सुरक्षा को ताक पर रखकर कर निर्माण कार्य किया जा रहा है , जिसमें कभी भी बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता है ।

बताते चले की कतरासगढ़ स्टेशन के मुख्य सड़क के किनारे लगभग 200 फीट लंबी नाली निर्माण का कार्य किया जा रहा है जहां रिबन का गार्ड बॉल नहीं लगाया गया है , जो कि इस रास्ते से प्रतिदिन चार पहिया वाहन सहित छोटी बड़ी गाड़ियां मोटरसाईकिल साईकिल एवं पैदल राहगीर गुजरती है. इसी जगह पर टैक्सी स्टैंड भी है जिस कारण यात्री भी सुरक्षित नहीं दिख रहे हैं, ट्रेन से उतरने वाली यात्रियों का निकास द्वार एक ही है उसी से यात्रिगन आते जाते है.उस निकास द्वार को अबरूद कर वहां पर जे सी बी से गड्ढा कर दिया गया है जो कि साइन बोर्ड में कार्य प्रगति पर चल रहा है अंकित रहता है वो बोर्ड भी नही लगाया गया है. गुरुवार को निकास के मुख्य द्वार को जेसीबी से और अधिक काट दिया गया है और गड्ढा कर देने से ट्रेन से उतरने वाली यात्रियों को जाने आने में काफ़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, यात्रियों की सुरक्षा पर किसी तरह का ध्यान जीआरपी सीआरपीएफ एवं रेलवे की कोई अधिकारी द्वारा नहीं दिया जा रहा है.यात्रियों को परेशानी में डालकर कौन सा विकास किया जा रहा है. ठीकेदार मनमाने तरीके से काम कर रहा है. उसे यात्रियों राहगीरों से कोई लेना देना नहीं है.

सीनियर सेक्शन इंजीनियर राजेश पासवान से इस मामले पर पूछे जाने पर कोई संतोष जनक जवाब नहीं दिया उल्टा बरसते हुए कहा कि बाद में बयान दिया जायगा.

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