मुकेश कुमार
- भुरकुंडा में इंडिया गठबंधन ने ठोका ताल, भाजपा भगाओ हजारीबाग बचाओ का लगाया नारा
भुरकुंडा। भुरकुंडा रिवर साइड में देर शाम इंडिया गठबंधन की बैठक हुई इसे संबोधित करते हुए पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के अगले प्रधानमंत्री नहीं बनने वाले हैं। देश की जनता ने मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है। सरकार के काले कारनामों का कच्चा चिट्ठा खुल चुका है। इसलिए न सिर्फ हजारीबाग से, बल्कि दिल्ली की सरकार बदलने के मंसूबे के साथ लोगों को मतदान करना है। उन्होंने कहा कि नोट बंदी के नाम पर सरकार ने काले धन को सफेद किया है। आज यह सच देश के सामने है।
नोटबंदी के नाम पर काले धन को सफेद करने का आइडिया शैतानी दिमाग की उपज थी, जिसे मौजूदा सरकार अपनी उपलब्धि बताती है। उन्होंने एनडीए प्रत्याशी मनीष जायसवाल की ओर इशारा करते हुए कहा कि चार पीढ़ी से उनका परिवार समाज कल्याण का नहीं, नशे का कारोबार कर रहा है, ताकि लोग पीकर बर्बाद हो जाएं। ऐसे व्यक्ति के हाथों में जनता भला हजारीबाग की कमान कैसे दे सकती है। यशवंत सिन्हा ने कहा कि वर्तमान में भाजपा का चरित्र पूरी तरह बदल गया है। इसलिए पार्टी में भगदड़ मची हुई है। जमीनी कार्यकर्ता पार्टी छोड़ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में जब कार्यकर्ता पार्टी छोड़ने को मजबूर हैं तो भला आम जनता को वे क्या विश्वास दिलाएंगे। वहीं प्रत्याशी जेपी पटेल ने कहा कि इस बार लोग सांसद चुनने के साथ-साथ देश का संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए मतदान करेंगे।
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि आज पूरा देश एक ऐसे विचारधारा के खिलाफ गोलबंद है, जिसने विगत 10 वर्षों में देश को अंदर से खोखला कर दिया है। वहीं झामुमो के केंद्रीय सचिव संजीव बेदिया ने कहा कि इस बार जनता ने हजारीबाग को बचाने के लिए भाजपा को भगाने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि इस बार जनता हजारीबाग की कमान जयप्रकाश भाई पटेल को सौंप कर भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर देगी। यहां बैठक की अध्यक्षता संतोष यादव ने व संचालन पप्पू सिंह ने किया। इसमें बरही के विधायक उमाशंकर अकेला, गिरधारी गोप, सुजीत पटेल, अनिल सिंह, आरपी सिंह चंदेल, अर्जुन सिंह, नरेश बड़ाईक, संजय वर्मा, ललन सिंह, चमनलाल, संजय यादव, राजकिशोर पांडेय, अमर यादव, संजय शर्मा, बालेश्वर बेदिया, मुकेश राउत, अंजू देवी, बबीता सिंह, जीआर भगत, प्रदीप साहू, अमर यादव, योगेंद्र खरवार, रामाकांत दुबे, वासुदेव साव आदि उपस्थित थे।