रांची : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू ने शुक्रवार को आयकर विभाग की छापामारी और उनके ठिकानों से कैश बरामदगी पर पहली पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह रकम उनकी फर्म की है। राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने कहा कि आज जो हो रहा है, वह मुझे दुखी करता है। मैं स्वीकार कर सकता हूं कि जो पैसा बरामद किया गया है, वह मेरी फर्म का है, जो नकदी बरामद की गई है, वह मेरी शराब फर्मों से संबंधित है। उन्होंने कहा कि यह शराब की बिक्री से जुड़ी हुई है। इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है, जैसा कि कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सारा पैसा मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है। अब आयकर ने छापा मारा है, मैं हर चीज का हिसाब दूंगा।
सांसद धीरज साहू ने एक समाचार एजेंसी को साक्षात्कार देते हुए आयकर विभाग के छापे को लेकर अपनी बात रखी है। उन्होंने सबसे पहले अपने बैकग्राउंड की जानकारी देते हुए कहा कि मैं तकरीबन 30-35 साल से सक्रिय राजनीति में हूं और यह पहली ऐसी वारदात हुई। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से चाहता था कि मेरे ऊपर कोई विवाद न हो, लेकिन अब विवाद खड़ा हो गया है तो मैं अपने और अपने परिवार के बारे में जानकारी देना चाहता हूं। सांसद साहू ने अपने भाई का जिक्र करते हुए कहा कि हम लोगों ने काफी विकास का काम किया है। चाहे वो रांची हो, लोहरदगा हो या अन्य जगह हो। उन्होंने कहा कि हमारे पिताजी स्व. राय साहब बलदेव साहू ने भी काफी समाज सेवा का काम किया। कॉलेज-स्कूल खोले हैं। हम लोगों ने भी काम किया है, जो हमारे साथ हुआ, उससे काफी बुरा लग रहा है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं, जो भी पैसा पकड़ाया है, वो मेरी फर्म का पैसा है। हम लोगों को शराब के व्यवसाय में 100 साल से ऊपर हो चुका है, उसकी सारी जानकारी में आपको दे रहा हूं।
उल्लेखनीय है कि आयकर की टीम ने गत छह दिसंबर को धीरज साहू से संबंधित कई ठिकानों पर छापेमारी कर रुपये से भरी 30 अलमारी बरामद की थी। उस दिन से नोटों की गिनती जारी है। जानकारी के अनुसार अब तक 500 करोड़ रुपये रुपये मिले हैं। नोटों के अलावा 17 किलोग्राम आभूषण भी मिले थे।