लिपिक ने मुखिया पर लगाया मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप, उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

 

मुखिया ने आरोपों को किया ख़ारिज

गिरिडीह:- जमुआ अंचल में कार्यरत लिपिक सुशील कुमार हांसदा ने चुंगलो पंचायत के मुखिया विकास कुमार मंडल पर कार्यावधी के दौरान अपने साथ मारपीट किए जाने और फिर मुखिया के द्वारा जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है। लिपिक सुशील ने एक लिखित आवेदन देकर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा को उक्त घटना से अवगत करवाया है। आवेदन में घटना की जानकारी देते हुए लिपिक सुशील ने लिखा है कि दिनांक 5 जुलाई दिन शुक्रवार को दोपहर लगभग 3 बजकर 35 मिनट पर जब मैं अपने कार्यालय में था तो वहां चुंगलो मुखिया विकास मंडल आए और अपना काम करवाने के लिए उन्होंने मुझ पर अनावश्यक दबाव बनाया। उनकी बात नहीं मानने पर उन्होंने मुझे जातिसूचक शब्द कहे और मुझ पर लात और घूसों से ज़ोरदार हमला कर दिया। उसके बाद उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी भी दी।‌ कहा कि मुखिया ने वहां पर रखे महत्वपूर्ण कागजातों को भी फाड़ दिया। कहा कि मैं एक अपाहिज व्यक्ति हूं और मुखिया के द्वारा मारपीट और धमकी दिए जाने की बात से बेहद भयभीत हूं। आवेदन में लिपिक सुशील हांसदा ने प्रशासन से अपने लिए सुरक्षा मुहैया कराने और मुखिया के विरुद्ध तर्कसंगत कार्रवाई करने की मांग की है साथ ही आवेदन की 1-1 प्रतिलिपि मुख्यमंत्री झारखण्ड, पुलिस अधीक्षक गिरिडीह, अराजपत्रित महासंघ अध्यक्ष एवं झारखण्ड अनुसूचित कर्मचारी संघ को भी प्रेषित किया है।

 

आरोपों पर क्या कहा मुखिया विकास मंडल ने?

 

उपरोक्त आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चुंगलो मुखिया विकास कुमार मंडल ने कहा कि सभी आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। मैंने न मारपीट किया है और न ही किसी प्रकार की धमकी दी है।

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