कौमी एकता देश की जरूरत: युगल किशोर
मेदिनीनगर : अदबी संसार ने 35 वीं तरही मनकब्तिया मुशायरा में एक शाम रहबर पलामुवी के नाम पहाड़ी स्थित अनवर अहमद के आवास पर आयोजित कराया। अध्यक्षता रहबर पालमुवी जबकि संचालन हाजी शमीम रज़वी ने किया। अतिथियों का स्वागत अदबी संसार के संस्थापक एम.जे. अज़हर ने किया।
मौक़े पर बतौर मुख्य अतिथि मुहर्रम इंतजामिया कमेटी के जनरल अध्यक्ष जीशान ख़ा, विशिष्ट अतिथि क्रमशः महावीर युवक दल के पूर्व अध्यक्ष युगल किशोर, मुहर्रम इंतजामिया कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मुस्तफा कमाल, जिला प्रशासन से इंद्रदेव पासवान जबकि अतिथि शायर मौलाना नसीम अख्तर उपस्थित हुए। मानव अधिकार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनवर अहमद व समाजसेवी सैयद मो. कलाम ने अतिथियों व शायरों को पगड़ी, शॉल, मोमेंटो, फूलों का हार आदि देकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि जीशान खां ने कहा कि हजरत हुसैन शहीद होकर भी हमारे बीच जिंदा हैं जबकि विशिष्ट अतिथि युगल किशोर ने कहा कि देश को कौमी एकता की जरूरत है।
रहबर पलामुवी: रब ने किया है आपको जीशान या हुसैन, नेजे पे पढ़ा आपने कुरआन या हुसैन।जसीमुद्दीन शमीमी: शह ए दो जहां से जो वादा किया था, मुकम्मल उसे कर दिया कर्बला में।शमीम रज़वी: खुदा ए पाक ने फरमा दिया है कुरआं में, शहीद मरते नहीं सर कटा के जिंदा हैं।अमीन रहबर: नबी के इश्क को दिल में बसा के जिंदा हैं, हुसैन आज भी सब कुछ लुटा के जिंदा हैं।एम.जे.अज़हर: ईसार क्या है क्या है वफा ये सबक दिया, बेशक हैं हम पे आपके एहसान या हुसैन।निगार आलम अता: हुसैन इब्न ए हैदर ने अपने लहू से, लिखा बाब ए इश्क व वफा कर्बला में।अलाउद्दीन शाह चिराग: मैदान ए कर्बला में बहत्तर हुए शहीद, सब्र व रजा के आप हैं सुल्तान या हुसैन।इमरान शाद: हो जाएं अगर हम पे मेहरबान या हुसैन, बढ़ जाए मेरी दुनिया में भी शान या हुसैन मो.इस्तख़ार: हुसैन जैसा साबिर कोई नहीं जहां में, रो-रो के कर्बला का मैदान बोलता है।मौलाना लुकमान अहमद रूमी, मो. नसीम अख्तर, अहकरूल कादरी तेगी, मौलाना ताहिर पलामुवी, हसरत सफीपुरी, डॉ. इंतेखाब असर, नौशाद अहमद खां, अजीज हमजापुरी, फ़रहत हुसैन खु़शदिल, नूर सुल्तानपुरी, मुहसिन अज़ीम, मंसूर रज़वी, मो. निजामुद्दीन, हाफिज मो. मेराज आलम शम्शी, फ़ारूक़ अहमद, मो. हेसामुद्दीन, फख़रुल हसन के द्वारा भी नातिया कलाम पेश किया गया। मुशायरा में हसनैन खां, मो.सुलेमान अंसारी, अलाउद्दीन राइन, असलम अंसारी, जावेद अख्तर, अब्दुल गफ्फार, शाहनवाज शाह सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन अनवर अहमद ने किया।