कदमा बाल्डविन स्कूल में हुआ 18 वें प्राइज नाइट का आयोजन
जमशेदपुर : औद्योगिक नगरी जमशेदपुर में पहले कर्मचारी संतान को कंपनी में नौकरी मिल जाती थी। मगर अब पढ़ाई के साथ-साथ इंटरव्यू के बाद ही नौकरी मिल रही है। इसलिए बच्चों को पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। जिसके लिए अभिभावक और शिक्षक उनका मार्गदर्शन भी करें। उक्त बातें कदमा स्थित बाल्डविन फार्म एरिया हाई स्कूल के 18 वें प्राइज नाइट समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित जुस्को श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडे ने कही। साथ ही विशिष्ट अतिथि के रुप में टेल्को चिन्मया विद्यालय की पूर्व प्रिंसिपल सह सीबीएसई की प्रतिष्ठित रिसोर्स पर्सन श्रीमती विपिन शर्मा व राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित स्कूल के डायरेक्टर डॉ राजीव रंजन सिन्हा, प्रिंसिपल डॉ शुभोश्री सरकार, एसएमसी मेंबर अजय कुमार व सुनील पास्कल समेत अन्य भी मौजूद थे। वहीं समारोह का शुभारंभ गणेश वंदना के साथ हुआ। जिसके बाद अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।
इस दौरान स्कूल के छात्र और छात्राओं ने मनमोहक नृत्य व गायन की प्रस्तुति भी दी। इसी तरह छोटे-छोटे बच्चों ने शानदार नृत्य भी किया। जो देखते ही बन रहा था। जिसका वहां मौजूद अभिभावकों ने जोरदार तालियों से स्वागत भी किया। वहीं अध्यक्ष रघुनाथ पांडे ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पहले हम अकेले ही कंपनी के स्कूल में पढ़ने जाते थे। मगर आज माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने और लेने जाते हैं। जो काफी प्रशंसनीय है। साथ ही माता-पिता छुट्टियों में अपने बच्चों को शहर से बाहर घूमाने भी लेकर जाते हैं। जिसके लिए उनकी सराहना करनी चाहिए। बच्चों को अच्छा इंसान बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए और माता-पिता को भी उनका मार्गदर्शन करना चाहिए। जिससे वे दूसरों का भी सम्मान करना सीखे। ताकि सभी के आशीर्वाद से वे समाज में एक अच्छे नागरिक की भूमिका अदा कर सके। इसी तरह उन्होंने कहा कि अभिभावक कठिन परिश्रम कर अपने बच्चों का भविष्य बनाने के लिए उन्हें स्कूलों में दाखिला दिलाते हैं। जिनका वे दिल से प्रशंसा भी करते हैं। अंत में उन्होंने सभी बच्चों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
इसी तरह विशिष्ट अतिथि श्रीमती विपिन शर्मा ने कहा कि वे वर्ष 2007-8 से स्कूल का लगातार भ्रमण करती आ रही है। तब के और आज के स्कूल में काफी बदलाव हुआ है। जिसके लिए उन्होंने पूरे स्कूल परिवार को धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि स्कूल में 435 बच्चों से शुरुआत हुई थी और आज उनकी संख्या 2000 तक पहुंच गई है। जो काबिले तारीफ है। उन्होंने बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों की काफी सराहना भी की। साथ ही सभी को भविष्य की शुभकामनाएं भी दी। वहीं डायरेक्टर डॉ राजीव रंजन सिन्हा ने अपनी बातों को दोहराते हुए कहा कि बच्चों को हमेशा माता-पिता के साथ-साथ बड़ों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज का समारोह सिर्फ मनोरंजन ही नहीं है। बल्कि यह स्कूल के कर्तव्यों का परिणाम है। यह सामान बच्चों के लिए प्रेरणादायक है। ताकि आगे चलकर वे अपना 100 प्रतिशत योगदान दें।
बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद पर भी ध्यान देना चाहिए। जिससे उनका शरीर हमेशा स्वस्थ रहे। इस दौरान विजेता बच्चों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल के शिक्षक और शिक्षिका समेत कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान भी रहा।