प्लांट से हर रोज 4200 टन ऐशपौंड की होगी डिस्पैच, जीएम ने दिखायी हरी झंडी

टंडवा: एनटीपीसी के कर्णपुरा पावर प्लांट से 660 मेगावाट बिजली उत्पादन के साथ ऐशपौंड की डिस्पैच आरंभ हो गयी है। कोयले से निकले छाई -ऐशपौड को एन एच के निर्माणाधीन रोड में खपाया जायेगा। जिस पर लगभग एनटीपीसी साल भर में लगभग 50 करोड से अधिक की राशि खर्च करेगी। जानकारी के अनुसार फिलहाल ऐशपौंड एन एच के निर्माणाधीन रोड गोला में खपत की जायेगी। जिसकी दूरी लगभग 160 किमी के आसपास है। एनटीपीसी सूत्रों के मुताबिक हर रोज लगभग 4200 टन ऐशपौंड की डिस्पैच होगी। जानकारी के अनुसार इस ऐशपौंड को डिस्पैच करने का ठेका सौरव सागर ट्रेडिंग, मोदी कंटरक्शन, नवकार ग्लोबल, ए एम इंफ्राटेक और रिटोरिम टेक्नोलॉजिक नामक एजेंसियो ने लिया है। बताया गया कि एक मार्च साल 2023 से कर्णपुरा पावर प्लांट के पहले युनिट से बिजली उत्पादन आरंभ हो गयी है। इसके लिए प्लांट में हर रोज 10 से 12 हजार टन कोयले की खपत हो रही है। इस कोयला और पानी से जो ऐशपौंड निकल रहा है उसे निर्माणाधीन नेशनल हाइवे रोड में खपत किये जाने है। इस मामले में शुक्रवार को प्लांट के जीएम एस के पांडा ने हरी झंडी दिखाकर ऐशपौंड लदे एक हाइवा को रवाना किया। दूसरी ओर ऐशपौंड के डिस्पैच की पेटी कांटेक्ट को लेकर प्रभावित गांव के कुछ गोलबंद हो रहे हैं। जिसको लेकर माहौल गरम है।

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