SUPAUL : बीमार पिता, कोई भाई नहीं और चार बहनों की जिम्मेदारी ने छोटी उम्र में ही नाबालिक किशोरी को देह के व्यापार में उतरने को मजबूर कर दिया। यह कहानी है उस नाबालिग किशोरी की, जिसे सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज पुलिस ने देह व्यापार के आरोप में गिरफ्तार किया है। थाने में पूछताछ के दौरान इस किशोरी ने जो बताया वह दहलानेवाला है। उसने पूछताछ में बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह यह काम करती है। कहा कि उसे संचालक पंचानंद यादव द्वारा बुलाया गया था। वह इस धंधे में पिछले दो महीने से काम कर रही है।
एक आदमी से संबंध बनाने के लिए संचालक सात सौ रुपये लेता था. रूम के लिए किराया 250 रुपये अलग से लिया जाता था। वह अब तक चार-पांच बार यहां आ चुकी है. नाबालिग लड़की ने कहा कि उसके पिता बीमार रहते हैं. भाई नहीं है. चार बहनें हैं. लाचारी में वह यह काम करती है. दरअसल, डायल 112 की पुलिस को इसके बारे में सूचना मिली थी. इसके बाद त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के मुख्य बाजार स्थित एक आलीशान मकान में पुलिस ने छापेमारी की. यहां से दो लड़कियां और दो महिलाओं को पकड़ा गया था, दोनों लड़कियों में से एक लड़की नाबालिग बताई जा रही है. सबको पकड़ने के बाद डायल 112 की पुलिस ने थाने को सौंप दिया, जबकि कई लड़कियां छापेमारी की भनक मिलते ही भाग गई। जिस मकान में यह धंधा हो रहा था पहले वहां सिनेमा हॉल था।
डायल 112 में तैनात पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि पटना से इस मामले में सूचना मिली कि एक जगह मकान में गलत धंधा हो रहा है. इसके बाद हम लोग यहां आए तो दो लड़की और दो महिलाओं को पकड़कर त्रिवेणीगंज थाने की पुलिस को सौंप दिया. यहां देह व्यापार चलता था। वहीं सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार इस धंधे में संचालक के अलावा कई अन्य कई सफेदपोश लोग भी शामिल हैं।