कोनका पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के शिक्षकों पर सही समय से विद्यालय में नहीं पहुंचने तथा 7 सौ पच्चास रूपए लेने सहित अन्य समस्याओं को लेकर नाराज ग्रामीणों ने की बैठक

ग्रामीणो ने जांच कर कार्रवाई करने मांग की

खलारी: कोनका पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में ग्रामीणों ने कुछ दिनों पूर्व विद्यालय शिक्षक के सही समय में नहीं पहुंचने स्कूली बच्चों के पोशाक 7 सौ 50 रूपये लेने सहित अन्य कई मामलों को लेकर ग्रामीणो ने स्कूल के शिक्षकों तथा विद्यालय प्रबंधन समिति गुरुवार को बैठक संपन्न। बैठक में नाराज ग्रामीणों ने विद्यालय के शिक्षकों पर कई आरोप लगाते हुए कहा कि जहां सरकार सिटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ को लेकर एक अभियान चला रही है वही ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा इस अभियान के विपरीत कार्य किया जा रहा है विद्यालय के बच्चों को समय पर बुला लेने के बाद भी शिक्षक स्कूल से लापता रहते हैं बच्चे आसपास खेलते रहते हैं वहीं शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि विद्यालय के शिक्षकों द्वारा स्कूल की पढ़ाई वह बच्चों में कोई बदलाव नहीं देखा जा रहा है जिससे शिक्षकों की लापरवाही देखने को बन रही है विद्यालय में लगभग 35 से 40बच्चे है जिसके बावजूद शिक्षकों में बच्चों के शिक्षा के प्रति कोई जवाबदेही नहीं हैं। साथ ही विद्यालय के शिक्षकों द्वारा बच्चों के पोशाक के लिए पूर्व में 7 सौ 50 रूपए प्रति छात्र लिए गए वहीं पुस्तक के लिए 100 रूपये मांगे जाते हैं। साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि जहां सरकार बच्चों की शिक्षा के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है । इस संदर्भ में विद्यालय प्रधानाचार्य अनील मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा तत्काल प्रशिक्षण हेतु विभागीय लेटर आने से मुझे प्रशिक्षण कार्य के लिए जाना पड़ा जिसकी सूचना फोन पर मैं अपने स्कूल के पारा शिक्षक रूपेश को विद्यालय की देखरेख करने की बात कही थी वहीं रुपेश गिरि ने कहा कि मैंने कुछ आपातकालीन छुट्टी ली थी जिसके बाद प्रधानाध्यापक द्वारा फोन करने पर मुझे आने पर देर हो गया जिससे ग्रामीण अलग रूप दे रहे हैं। वही बच्चों ने भी एक स्वर में पैसे लेने की बात कही जिसके बाद ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से जांच की मांग कर उपस्थित शिक्षकों पर उचित कार्रवाई करने की मांग की।

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