शहीद अमित शुक्ला का शव पहुंचा पैतृक गांव सिंगरा, उनके दर्शन के लिए उमड़ी लोगों की भीड़

मेदिनीनगर: सदर प्रखंड के सिंगरा गांव निवाशी उपेंद्र शुक्ला के शहिद पुत्र अमित शुक्ला का शव मेदिनीनगर पहुंचने पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।अमित शुक्ला का अंतिम संस्कार पैतृक गांव सिंगरा में कोयल नदी तट पर पूरे, राजकीय सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। बीएसएफ के जवान शहीद अमित शुक्ला के पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी देंगे।शहीद के पार्थिव शरीर के आने की सूचना होने पर शहर वासियों ने शहीद के अंतिम दर्शन के लिए रेड़मा में सैकड़ों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस बीच भारत माता की जय के उदघोष के साथ लोग वीर शहीद अमर रहे के नारे लगा रहे थे। शहीद अमित शुक्ला का पार्थिव शरीर सिंगरा स्थित पैतृक आवास पहुंचे ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।अमित शुक्ला के शहीद होने के सूचना पर उनके पैतृक गांव सिंगरा के कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले। तीन दिन के इंतजार के बाद शहीद अमित शुक्ला का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा तो पूरा गांव गमगीन हो गया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। जिधर देखे लोग सभी शहीद अमित शुक्ला को लेकर चर्चा कर रहे थे।बताते चले की तीन दिन पहले अपने चहेरे भाई की शादी में अमित शुक्ला छुट्टी लेकर अपने घर आ रहे थे।इसी बीच जवान अमित शुक्ला की सड़क हादसे में मौत हो गयी।घटना जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले की है। चेनानी-नाशरी सुरंग के अंदर एक कैब पलट जाने से बीएसएफ जवान अमित कुमार शुक्ला (30) की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि अमित शुक्ला जो जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। वह छुट्टी पर अपने घर पलामू जा रहे थे। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ जवान अमित शुक्ला ( 30) सदर प्रखंड के सिंगरा निवासी उपेंद्र शुक्ला के पुत्र थे। अमित शुक्ला के घर में चचेरे भाई की शादी थी। इसी शादी में शामिल होने के लिए वह घर पर ड्यूटी से छुट्टी लेकर जा रहे थे। काश्मीर के छिंदवाड़ा में एक साल पहले उनकी पोस्टिंग हुई थी।

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