1301 निशान के साथ निकली शोभा यात्रा में झूमते रहे श्रद्धालु
जमशेदपुर : श्री श्री साकची शिव मंदिर एवं श्री श्याम परिवार का 35 वां श्री श्री श्याम महोत्सव मंगलवार धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान पूरे मंदिर परिसर समेत श्याम बाबा का विशाल दरबार फूलों से सजाया गया था। साथ ही 1301 शोभायात्रा का शुभारंभ साकची शिव मंदिर में पूजा अर्चना के बाद बाबा के जयकारे के साथ हुआ और जो साकची बाजार डालडा लाईन, पलंग मार्केट चौक, साकची बिरसा मुंडा चौक होते हुए स्टेट माइल रोड से काशीडीह होकर वापस मंदिर पहुंचकर बाबा श्याम को निशान अर्पित करने के साथ संपन्न हुआ। वहीं शोभा यात्रा के दौरान जय श्री श्याम, शीश के दानी, हारे का सहारा के जयघोष पूरा वातावरण गुंजायमान रहा। जिसमें स्थानीय कलाकार महावीर अग्रवाल ने डोरी खींच के राखिजे यो है बाबा को निशान. पैदल चालनिये के सागे चाले बाबा श्याम… जैसे शानदार भजनों की प्रस्तुति भी दी। शोभा यात्रा में सबसे आगे बैंड-बाजा समेत एक वाहन पर सजा बाबा श्याम का दरबार एवं दो घुड़सवार के साथ बाबा श्याम और हनुमान जी का बड़ा ध्वजा लिए भक्त चल रहे थे। साथ ही यात्रा में राधा-कृष्ण और हनुमान जी का रूप धारण किए कलाकारों द्वारा नृत्य की प्रस्तुति भी दी गई। जिसमें सैकड़ों महिलाएं एवं युवा एक ही परिधान में दिखे। इसी तरह दर्जनों भक्त निशान यात्रा के आगे साफ-सफाई कर श्रद्धालुओं की सेवा कर रहे थे। मंदिर परिसर में सुबह 11 बजे ध्वजा पूजन यजमान अंजू-नरेश सिंघानिया, अंजना-मनोज अग्रवाल एवं कमलेश अग्रवाल सपत्नी ने किया। जिसके बाद संध्या अखंड ज्योत की पूजा मुख्य यजमान राम कृष्ण चौधरी ने सपरिवार की। पूजा विधिवत् रूप से विपीन झा और रामजी पारिक के नेतृत्व में पांच पंडितों द्वारा कराई गई। इस दौरान सभी भक्तों को रक्षा सूत्र भी बांधा गया। महोत्सव के दौरान साकची शिव मंदिर श्याम के रंग में रंगा और पूरा माहौल भक्तिमय हो गया था। महोत्सव में शोभा यात्रा, भव्य दरबार, आलौकिक श्रृंगार, छप्पन भोग, अखण्ड ज्योत, विशाल संकीर्तन आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा। श्री श्याम निशान यात्रा सह महोत्व में समस्तीपुर से आए भजन कलाकार रेशमी शर्मा और कोलकाता से आए शुभम-रूपम की जोड़ी ने मधुर भजनों की अमृत वर्षा कर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। साथ ही स्थानीय भजन गायक महावीर अग्रवाल ने भी बाबा के दरबार में हाजरी लगाई। भजन गायकों ने विविधतापूर्ण भजनों से खाटू श्याम के जीवन दर्शन से लेकर उनकी महिमा तक के भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।महोत्सव को सफल बनाने में सुरेश अग्रवाल, सुभाष शाह, गिरधारी लाल खेमका, उमेश शाह, कमल चौधरी, बबलू अग्रवाल, नरेश अग्रवाल, ओम प्रकाश रिंगसिया, बजरंग लाल अग्रवाल, सांवरमल अग्रवाल, अमर डगबाजिया, मोहित शाह, आशीष खन्ना, तुषार जिंदल, अंकित अग्रवाल, अमन नरेडी, आशीष शर्मा, गौरव जवान पुरिया, नितिन अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, हनी अग्रवाल, विवेक चौधरी, नरेश सिंघानिया, आलोक चौधरी, पवन खेमका, मोंटी अग्रवाल, अंकित अग्रवाल, कमल सिंघल, कविता अग्रवाल, निशा सिंघल, उषा चौधरी, सुनीता केडिया, पिंकी केडिया, पूूजा मोदी, अनिता अग्रवाल, उमा चेतानी समेत मंदिर समिति की महिलाएं और राधा-रानी संस्था की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।