Md Mumtaz
खलारी: बिहार कोलयरी कामगार यूनियन के जोनल अध्यक्ष रतिया गंझू ने शनिवार को खलारी अंचलाधिकारी को विश्रामपुर और तुमांग पंचायत के रैयतो को नौकरी मुआवजा पुनर्वास करने की मांग को लेकर 11 मार्च से यूनियन और झारखंड भाषा खतियानी समिति के बैनर तले किए जाने वाले अनिश्चितकालीन धरना संबंधित पत्र दिया। पत्र में कहा गया कि पुर्व में रैयतों की उक्त मांगों को लेकर 120 दिन तक अनिश्चतकालिन धरना दिया गया था। जिसके बाद 28 जनवरी को केडीएच खदान के काम को बंद कराने के बाद प्रबंधन ने वार्ता किया। जिसमें सीसीएल प्रबंधन द्वारा आश्वासन दिया गया था कि 2 फरवरी को परियोजना कार्यालय में प्रबंधन के साथ एक वार्ता किया जाएगा। लेकिन केडीएच पीओ के बाहर रहने के कारण वार्ता को अगले आदेष तक स्थगित कर दिया गया। जिसके बाद पुनः 27 फरवरी को तुमांग, विश्रामपुर पंचायत के रैयत और ग्रामीण, अंचलाधिकारी खलारी और सीसीएल प्रबंधन के बीच वार्ता हुई। जिसमें केडीएच परियोजना पदाधिकारी के द्वारा कहा गया कि अगर अंचलाधिकारी जमीन के दस्तावेजों में जो त्रुटि है उसे सुधार कर सत्यापन कर दे तभी हम असली रैयतों को सत्यापित कर हमें दस्तावेज दे तो हम उन्हें जल्द ही नौकरी मुआवजा तथा पुनर्वास दे देंगे। लेकिन अंचल के द्वारा अभी तक कार्य करने में टालमटोल किया जा रहा है। जिससे विश्रामपुर और तुमांग पंचायत के रैयतों और ग्रामीणों में आक्रोश है। इसलिए 11 मार्च से विश्रामपुर और तुमांग पंचायत के रैयतों और ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे, जिसकी सारी जिम्मेवारी खलारी अंचलाधिकारी और केडीएच प्रबंधन की होगी।