टाटा पावर का जोजोबेड़ा प्लान्ट कर रहा नवाचार और स्थिरता का नेतृत्व

– झारखंड को ऊर्जा प्रदान करने में 427.5 मेगावाट का कर रहा है उत्पादन

जमशेदपुर : टाटा पावर का जोजोबेड़ा पावर प्लांट अपनी फैसिलिटी में महत्वपूर्ण पहल लागू कर नवाचार और परिचालन उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में अगला कदम बढ़ा रहा है। जीई के सहयोग से जोजोबेड़ा फैसिलिटी में अत्याधुनिक डीबी प्लस कंट्रोलर की विशेषता वाले डीई-एनओएक्स सिस्टम को तैनात किया गया है। यह नई प्रणाली न केवल नॉक्स उत्सर्जन को भारी मात्रा में कम करती है। बल्कि कम्बस्चन को भी अनुकूलित करती है इस प्रकार इसकी कमी में बढ़ोतरी के साथ-साथ बेहतर दहन दक्षता के दोहरे लाभ प्रदान मिलते हैं। साथ ही कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में पर्याप्त कमी लाने में भी योगदान दिया जाता है। उभरते ऊर्जा क्षेत्र में तैयार रहने के लिए जोजोबेड़ा प्लान्ट ने 40 प्रतिशत तकनीकी न्यूनतम लोड संचालन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह दूरदर्शी दृष्टिकोण नवीकरणीय ऊर्जा के बढ़ते प्रसार को मद्देनजर रखते हुए अनुकूलनशीलता और लचीलापन सुनिश्चित करने के लिए टाटा पावर की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए जोजोबेड़ा प्लान्ट ने 6.6 केवी स्विच गियर में अत्याधुनिक रोबोटिक पावर आइसोलेशन को लागू कर जोखिम को समाप्त करते हुए कार्य वातावरण को सुरक्षित बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है।
जोजोबेड़ा प्लान्ट को हाल ही में उद्योग में एक बेंचमार्क स्थापित करने के लिए पुरस्कृत किया गया है। साथ ही पर्यावरणीय उत्कृष्टता परिषद ने जोजोबेड़ा प्लान्ट को “सर्वश्रेष्ठ जल-कुशल प्लान्ट” का पुरस्कार दिया गया है यह पुरस्कार टिकाऊ जल प्रथाओं के प्रति टाटा पावर की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। वहीं जोजोबेड़ा प्लान्ट अप्टाइम आई के साथ मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग प्रौद्योगिकियों को अपनाने में अग्रणी रहा है। जिसके लिए उन्हें 10 वीं सीआईआई-आईक्यू राष्ट्रीय अभ्यास प्रतियोगिता में प्लेटिनम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। टाटा पावर उद्यम, इंडस्ट्रियल एनर्जी लिमिटेड ने लार्ज स्केल मैन्युफैक्चरिंग कैटेगरी (400 से कम कर्मचारी) में सीआईआई ईआर उत्कृष्टता पुरस्कार जीता। यह सम्मान सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण (एसएचई) प्रथाओं के प्रति टाटा पावर की दृढ़ प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। टाटा पावर के जोजोबेड़ा प्लांट ने टाटा स्टील से 67.5 मेगावाट की कोयला आधारित कैप्टिव बिजली इकाई का अधिग्रहण कर राज्य में अपना परिचालन शुरू किया था। टाटा स्टील की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए टाटा पावर ने जोजोबेड़ा प्लान्ट का विस्तार करना शुरू किया। यह प्लान्ट जमशेदपुर शहर और टाटा स्टील प्लान्ट को बिजली की आपूर्ति करता है। जोजोबेड़ा प्लान्ट टिकाऊ और उन्नत ऊर्जा प्रथाओं की सीमाओं को पार करते हुए नवाचार में सबसे आगे रहा है।

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