टाटा स्टील आयरन ओर एंड मैंगनीज माइंस को मिला 14 पुरस्कार

जमशेदपुर : ओडिशा स्थित टाटा स्टील की आयरन ओर एंड मैंगनीज माइंस ने शुक्रवार को भुवनेश्वर क्षेत्र में भारतीय खान ब्यूरो (आईबीएम) के तत्वावधान में आयोजित 25 वें खान पर्यावरण और खनिज संरक्षण (एमईएमसी) 2023-24 के अंतिम दिन के कार्यक्रम में 14 पुरस्कार जीते हैं। इस दौरान टाटा स्टील की जोड़ा ईस्ट आयरन माइन को ग्रुप-1 श्रेणी के तहत मिनरल बेनेफिशशन एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट में पहला पुरस्कार मिला। साथ ही खदान को इसी श्रेणी के अंतर्गत बहुप्रतिष्ठित समग्र प्रदर्शन में पहला पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसी तरह खोंदबोंद आयरन और मैंगनीज माइन और काटामाटी माइन ग्रुप-1 श्रेणी के अंतर्गत मिनरल बेनेफिशशन और पुनर्ग्रहण एवं पुनर्वास में तीसरे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं संबंधित खानों के अधिकारियों ने बतौर मुख्य अतिथि भारतीय खान ब्यूरो के मुख्य खान नियंत्रक (प्रभारी) पीयूष नारायण शर्मा से पुरस्कार प्राप्त किए। कार्यक्रम में सुकिंदा क्रोमाइट माइन ने वेस्ट डंप मैनेजमेंट में पहला पुरस्कार जीता। जबकि नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड खदान को ग्रुप-2 श्रेणी के तहत तीसरा पुरस्कार मिला। जबकि ग्रुप-4 में टाटा स्टील की जोडा वेस्ट मैंगनीज माइन, बामेबारी, गुरुदा व तिरिंगपहाड़, कामरदा व सरुबिल खदानों ने पर्यावरण और खनिज संरक्षण में अपने उल्लेखनीय प्रयासों के लिए विभिन्न पुरस्कार भी जीते। मौके पर शैलेन्द्र कुमार खान नियंत्रक आईबीएम, जी राजेश खान एवं भूविज्ञान निदेशक ओडिशा सरकार, सब्यसाची मोहंती निदेशक ओडिशा खनन निगम (ओएमसी), अरुण कुमार क्षेत्रीय खान नियंत्रक भुवनेश्वर क्षेत्र, राजेश कुमार चीफ जोड़ा ईस्ट आयरन माइन टाटा स्टील, शिरीष शेखर चीफ काटामाटी आयरन माइन, अवनीश कुमार चीफ मैंगनीज ग्रुप ऑफ माइंस, राहुल किशोर चीफ नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड समेत सभी खदानों के ऑपेरशन हेड, राज्य भर की विभिन्न खदानों के अधिकारी, यूनियन सदस्य और प्रतिनिधि भी मौजूद थे। बताते चलें कि टाटा स्टील दुनिया भर में फैले अपने परिचालन के माध्यम से सस्टेनेबल खनन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार प्रमाणित कंपनी उन्नत प्रौद्योगिकियों के माध्यम से कच्चे माल की दक्षता और संरक्षण सुनिश्चित करती है।

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