जमशेदपुर : टाटा स्टील फाउंडेशन ने गुरुवार पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव में अपने तीसरे प्रसूति प्रतीक्षालय के उद्घाटन के साथ स्वास्थ्य देखभाल के दायरे में एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। वहीं कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड राज्य की महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा मंत्री जोबा माझी उपस्थित रहीं। साथ ही एसडीएम रीना हांसदा और पश्चिमी सिंहभूम के सीएस डॉ शाहीर पाल के साथ-साथ टाटा स्टील फाउंडेशन के सीनियर लीडरशिप से अनिल उरांव और तुलसीदास गणवीर भी मौजूद थे। मानसी की इस पहल जिसका उद्देश्य रोकी जा सकने वाली मातृ एवं शिशु मृत्यु को कम करना है, के साथ राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में विविधता सुनिश्चित करते हुए यह प्रसूति प्रतीक्षालय दूरदराज के क्षेत्रों की गर्भवती माताओं को समय पर सहायता और सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित कर महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करेगा। वहीं बंदगांव में उपलब्ध सुविधा उन क्षेत्रों में अंतर को मिटाने में मदद करेगी। जहां स्वास्थ्य सेवा संस्थान दूर हैं। इससे स्थानीय समुदायों को काफी लाभ होगा। साथ ही अंतिम छोर पर रहने वाली माताओं और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच भी बढ़ेगी। नवनिर्मित 10 बिस्तरों वाला प्रसूति प्रतीक्षालय पश्चिमी सिंहभूम जिले के लगभग 17,017 घरों में मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) और शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) को कम करने की उम्मीद के साथ बनाया गया है। इस अवसर पर टाटा स्टील फाउंडेशन के सीईओ सौरव रॉय ने फाउंडेशन की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि अब हमारे पास झारखंड में पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम में तीन प्रसूति प्रतीक्षालय हैं और जो नवाचार और सहानुभूति के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। मानसी ने एक शानदार दशक पूरा कर लिया है और इस वर्ष हमने तीन जिलों में सैचुरेशन भी हासिल कर ली है। हम अपने पार्टनर्स, सहिया साथियों और अग्रिम पंक्ति में रहकर कार्य करने वाले सभी कर्मियों के आभारी हैं। जिनके बिना हम यहां तक नहीं पहुंच पाते। मानसी अब एक पुनरावृति किए जाने योग्य मॉडल है। जिसे हम नए क्षेत्रों में ले जा रहे हैं और जहां इसकी आवश्यकता महसूस की गई है। आने वाले वर्ष में हमारा ध्यान स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में और अधिक नवाचारों की ओर केंद्रित होगा। ताकि पहुंच और सामर्थ्य के बीच अंतर को कम किया जा सके। वहीं वित्तीय वर्ष की शुरुआत में डुमरिया और कुंचाई के बाद बंदगांव में इस प्रसूति प्रतीक्षालय का उद्घाटन किया गया है। टाटा स्टील फाउंडेशन का प्रयास अपने ज्ञान और तकनीकी साझेदारों के साथ गर्भवती माताओं के लिए आवास, दवाओं और पोषण के माध्यम से ग्रामीण समुदायों के लिए मातृ स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाना है। यह सुविधा उन्हें प्रसव के लिए नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र (सीएचसी) में रेफरल पाने में सक्षम बनाती है। साथ ही प्रसव के बाद मार्गदर्शन और सुपरवीजन प्रदान करती है। यह पहल दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा पर सकारात्मक प्रभाव डालकर अंतिम व्यक्ति तक आवश्यक मातृ देखभाल सुविधा पहुंचाने के टाटा स्टील फाउंडेशन के ठोस प्रयास का प्रतीक है। प्रसूति प्रतीक्षालय जैसे स्वास्थ्य देखभाल नवाचारों से ग्रामीण परिदृश्य में स्वास्थ्य के लिए अपेक्षित व्यवहार विकसित होने की उम्मीद है।
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