टेलीग्राम एप पर टास्क देकर लोगों को बनाते थे ठगी का शिकार, 6 साइबर बदमाश गिरफ्तार, मोबाइल बरामद

एसपी ग्रामीण ने की लोगों से अपील, छोटी से छोटी ठगी को भी करें रिपोर्ट

 

जमशेदपुर : चाकुलिया थाना की पुलिस ने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल (एनसीआरपी) हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज संदिग्ध नंबरों का पीछा करते हुए छापेमारी कर 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। साथ ही इनके पास से पुलिस ने ठगी में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपियों में नवीन चंद्र महतो, रामचंद्र महतो, राहुल महतो, अजय दलाई, सुजय दलाई और जय सेनगुप्ता शामिल है। ये सभी आरोपी चाकुलिया पुरनापानी और बेंद गांव के रहने वाले हैं। इनके पास से 6 मोबाइल भी बरामद हुआ है। मामले का खुलासा गुरुवार पुलिस ऑफिस में प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण ऋषभ गर्ग ने किया। मौके पर साइबर डीएसपी जयश्री कुजूर समेत अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। वार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सेंट्रल से एनसीआरपी पर हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया गया है। जिसमें चाकुलिया क्षेत्र के कुछ मोबाइल नंबरों का पता चला। जिसपर एसआई हीरालाल कुमार के बयान पर चाकुलिया थाने में एक मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने सभी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि इन आरोपियों के द्वारा टेलीग्राम एप पर लोगों को टास्क दिया जाता था। जिसके तहत अलग-अलग टास्क पूरा करने पर लोगों को रकम देने का लालच भी दिया जाता था। ये आरोपी पहले लोगों से कम रकम की मांग करते थे। वहीं टास्क पूरा होने पर उन्हें बढ़ा हुआ रकम वापस कर देते थे। जिसके कारण लोग इनपर भरोसा करने लगते थे। मगर जब लोग लालच में आकर इन्हें टास्क के बदले बड़ी रकम देते थे तो ये वापस ही नहीं करते थे। इस तरह इनके द्वारा कई लोगों के साथ ठगी की घटना को अंजाम दिया गया है। साथ ही ठगी के पैसों का इन आरोपियों ने क्या किया है। इसके बारे में पुलिस अभी अनुसंधान कर रही है। जबकि वार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण ऋषभ गर्ग ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि उनके साथ हुई छोटी से छोटी ठगी की घटना को भी एनसीआरपी हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कराएं। हो सकता है उनके साथ छोटी घटना घटी हो। मगर किसी और के साथ भी बड़ी घटना कर सकती है। इसलिए लोगों को जागरुक होकर पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करानी चाहिए। जिसके माध्यम से पुलिस को साइबर अपराध पर अंकुश लगान में मदद भी मिलेगी। फिलहाल सभी आरोपी को आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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