येहे खेल खेलबई नाइहरा में एकादशी करम में… से गूंजता रहा

बड़कागांव : भाई- बहनों का मुख्य लोक पर्व करमा पूजा बड़कागांव प्रखंड तथा आसपास के क्षेत्र में धूमधाम के साथ मनाई गई. प्रखंड के 84 गांव में लगभग 2300 अखाड़ों में करमा के डाल को स्थापित कर भाई- बहनों ने पूजा अर्चना किया. बहनें मंगलवार को दिनभर उपवास रख देर रात पूजा अर्चना की. करमा पूजा के दौरान करम – धरम की कथा सुनाई गई.

पूजा के पश्चात गोंदलपुरा, बाबूपारा, शीबाडीह होरम, महटीकरा, सिकरी, पारपैन मेंलोगों ने ढोल मांदर की थाप पर रात भर करम का गीत गाते रहे और झूमर करते रहे. येहे खेल खेलबई नाइहरा में एकादशी करम में… ये हे राम सालों दिन करम हमार हो एहे राम… पौधा के डारी आया, भईया सक्षम भईया… आदि गीतों से गूंजता रहा .

वहीं अधिकांश अखाड़े में डीजे साउंड के साथ महिलाएं व पुरुष नाचते रहे.विगत कुछ वर्षों से करमा पूजा में ढोल नगाड़े मांदर की जगह डीजे सेंड साउंड का उपयोग अधिक करते नजर आए . कई जगह प्रबुद्ध लोगों ने डीजे साउंड बजाने का विरोध भी किया.

समझाने बुझाने में आपस में कहा सुनी की भी नौबत देखने को मिला. प्रखंड के बड़का गांव, बादम, हरली,पलान्डू,कोयलग, तलसवार, पतरा, अंगों ,चेलनगदाग, झिकझोर, उरेज, आम्बटोल, नयाटाड में विश्रामपुर, सिमरातरी,कुम्हरडीह, बरवाडीह, साढ़ ,हरली ,गोदलपुरा , गोसाई बलिया ,अम्बाजित , महुगाई कला , काढतारी , सीकरी , जमनीडीह, होरम, चंदौल के अलावा प्रखंड के तमाम 84 गांव में करमा पूजा की गई. सीकरी मुखिया प्रभु महतो, नया टांड मुखिया लीलावती देवी, बादम की मुखिया सुनीता देवी, सांढ की मुखिया सुलेखा देवी, पूर्वी की मुखिया, पश्चिमी का मुखिया रंजीत मेहता, जेबीकेएसएस के नेता नकुल महतो, मिथिलेश कुमार, लालमणि महतो, निरंजन राम उर्फ नीरू राम अपने अपने गांवो एवं अखाड़े में शांति व्यवस्था बनाए रखने में मुख्य भूमिका निभाई.

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