बड़कागांव के गुड़ का तिलकुट झारखंड बिहार में है विख्यात

 10 कुटीर उद्योगों में बेरोजगार युवकों को लगा रोजगार

संजय सागर

बड़कागांव : हजारीबाग जिले के बड़कागांव के गुड़ का तिलकुट झारखंड बिहार में विख्यात है. यहां नवंबर माह शुरू होते ही गुड का तिलकुट बनना शुरू हो जाता है. तिलकुट की सोंधी महक बिखरने लगती है. बड़कागांव चौक में तिलकुट के 10 कुटीर उद्योग है. इन कुटीर उद्योगों में लगभग 100 से अधिक बेरोजगार युवकों को रोजगार मिला है. बड़कागांव के शुभम तिलकुट भंडार के सूरज कुमार, अभिजीत कुमार, भोला कुमार, सनी कुमार, चंदन कुमार गुप्ता तिलकुट हर दिन बनाते हैं. इसके अलावे रोशन और कुंदन गुप्ता, अरविंद मालाकार, सुंदर गुप्ता, आकाश गुप्ता, आर्यन कुमार, विजय गुप्ता, रवींद्र लाल, दीपक गुप्ता, राजेश गुप्ता,चीकू गुप्ता समेत अन्य लोग नवंबर के अंतिम सप्ताह से कुटीर उद्योग चला रहे हैं. यहां हर दिन तिलकुट बनाया जा रहा है. उद्योगों में तिल, गुड़ और चीनी के तगाड़ में तिलकुल बनाया जा रहा है. मकर सक्रांति का पर्व 14 जनवरी को है.

कारीगर गुड़ के साथ तिल की कुटाई कर रहे हैं. कारीगर दिन-रात एक कर बेहतर क्वालिटी के तिलकुट बनाने में जुटे हैं. मकर संक्रांति से पहले यहां तिलकुट की मांग काफी बढ़ जाती है.

180 रुपये प्रति किलो बिक रहा तिलकुट

बड़कागांव – हजारीबाग रोड स्थित बस स्टैंड के पास तिलकुट के कारीगर टंडवा बस स्टैंड के तिलकुट कुटीर उद्योग के मालिक कुंदन गुप्ता, राजेश गुप्ता एवं संतोष गुप्ता, टैक्सी स्टैंड की दीपक कुमार गुप्ता कहते हैं कि आमतौर पर ठंड शुरू होते ही तिलकुट बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. बड़कागांव के तिलकुट की झारखंड- बिहार में अलग पहचान है . बाजार में डिमांड लोकल तिलकुट की अधिक है. यहां खोवा तिलकुट 350 के प्रति किलो, गुड़ और चीनी वाला तिलकूट 260,280 रुपये प्रति किलो, सामान्य तिलकुट 160 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है.

झारखंड- बिहार के विभिन्न जिलों में होती आपूर्ति

तिलकुट व्यवसाय दीपक गुप्ता कहते हैं कि बड़कागांव का तिलकुट झारखंड-बिहार के कई जिले में जाता है. खोवा एवं सफेद तिल का तिलकुट लोगो अधिक पसंद करते हैं. वहीं, कुंदन गुप्ता ने बताया कि बड़कागांव में बनने वाला गुड़ वाला तिलकुट अच्छी होती है. इसका स्वाद सबसे अच्छा रहता है क्योंकि बड़कागांव का गुड़ ताजा होता है. गुड में अदरख मिलाने से ये तिलकुट काफी स्वादिष्ट हो जाता है. इसलिए इसकी मांग झारखंड और बिहार के जिले में अधिक है. यहां का तिलकुट हजारीबाग, कोडरमा, रांची, चतरा, डाल्टनगंज, लोहर समेत अन्य जिले से व्यापारी गुड़ वाला तिलकुट खरीदने आते हैं.

Related posts