टाटा स्टील यूआईएसएल सीआईआई के सहयोग से आदित्यपुर औद्योगिक को हरित ऊर्जा से करेगी विकसित

जमशेदपुर : टाटा स्टील यूआईएसएल ने कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के सहयोग से आदित्यपुर ऑटो क्लस्टर में मंगलवार रूफटॉप सोलर एडॉप्शन पर एक अभूतपूर्व सम्मेलन का आयोजन किया। जिसका उद्देश्य टिकाऊ ऊर्जा समाधान के महत्वपूर्ण विषय पर जागरूकता और चर्चा को बढ़ावा देना था। सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि टाटा स्टील यूआईएसएल के एमडी सह सीआईआई झारखंड सस्टेनेबिलिटी एंड एनर्जी पैनल के संयोजक रितु राज सिन्हा और सीआईआई झारखंड राज्य परिषद के उपाध्यक्ष रणजोत सिंह समेत अन्य उपस्थित रहे। इस दौरान स्थायी ऊर्जा चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोगात्मक प्रयास के महत्व को रेखांकित भी किया गया। वहीं रितु राज सिन्हा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह पहल पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति हमारे समर्पण, कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और स्वच्छ व हरित भविष्य में योगदान देने के अनुरूप है। छत पर सौर प्रौद्योगिकी को अपनाकर हमारा लक्ष्य न केवल अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करना है। बल्कि उद्योग के अंदर जिम्मेदार व्यावसायिक प्रथाओं के लिए एक मानक भी स्थापित करना है। इसी तरह रणजोत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि रूफटॉप सौर ऊर्जा अपनाना एक महत्वपूर्ण पहल और महत्वपूर्ण विषय है और जो हमारे दिल के बहुत करीब है। यह स्थिरता का एक हिस्सा भी है। हम सभी इस बात से अवगत हैं कि ग्रह को हरा-भरा, सुरक्षित और बेहतर बनाने के लिए दुनिया किस तरह अधिक संवेदनशील होती जा रही है। जिसमें मदद करने के लिए इस तरह की पहल को हमारे समर्थन की आवश्यकता है। साथ ही सत्र में एक्सएलआरआई के प्रोफेसर कल्याण भास्कर के साथ साथ प्रतिष्ठित वक्ता भी शामिल थे। जिन्होंने 300 किलोवाट सोलर रूफटॉप को चालू करने के अपने अनुभव और इससे होने वाले लाभों को साझा भी किया। वहीं कैंडी के सुनील चेंगप्पा ने सभा को रूफटॉप सोलर इंस्टालेशन के लिए उपलब्ध ओपेक्स मॉडल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वह उद्योगपति के साथ मानक पीपीए शर्तों को भी साझा करेंगे।जबकि सिडबी के सुमिरन एलराज ने कहा कि उनके पास एसएमई के लिए रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन के लिए कम ब्याज दरों के साथ विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं। वहीं क्लाइमेटेक्स के विजय शंकर और टाटा कैपिटल के सतीश ओझा ने भी रूफटॉप इंस्टालेशन के लिए उपलब्ध लीज विकल्पों के साथ अपने विचार भी दिए। बताते चलें कि यह आयोजन टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने के साथ ही क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों की बढ़ती आवश्यकता को संबोधित करने की दिशा में टाटा स्टील यूआईएसएल और सीआईआई की प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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