उपायुक्त को पत्र लिखकर किया निर्माण कार्य के जांच एवं जांचोपरांत दोषियों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग
गिरिडीह:- सड़क निर्माण कार्य में संवेदक के द्वारा अनियमितता एवं गड़बड़ी करने का एक गंभीर मामला प्रकाश में आया है जिसको लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में पहले तो कार्य स्थल पर जाकर निर्माण का विरोध किया एवं बाद में जिला उपायुक्त को एक पत्र लिखकर मामले से अवगत करवाते हुए निर्माण कार्य के गुणवत्ता की जांच एवं जांचोपरांत दोषियों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
उपायुक्त को सौंपे गए पत्र में लिखा गया है कि ‘हम सभी ग्रामीण आपको सादर सुचित करते हैं कि गिरिडीह सदर प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत लेदा के कुरुमडीहा-लेदा मुख्य मार्ग का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग गिरिडीह के द्वारा कराया जा रहा है। उक्त पथ का निर्माण कार्य बहुत ही घटिया तरीके से किया जा रहा है। लेदा गांव में पीसीसी निर्माण कराया गया है उसमें मीनी प्लांट के सीमेंट का प्रयोग किया गया है एवं उसमें पानी का छिड़काव भी नहीं किया गया है जिससे पीसीसी रोड जगह-जगह पर टूट गया है। साथ ही साथ अभी वर्तमान समय में जो पक्की सड़क कालीकरण कार्य किया जा रहा है उसमें घटिया मेंटल का प्रयोग किया जा रहा है साथ ही मेंटल को बिना अलकतरा डाले रोड पर बिछाया जा रहा है जिससे मेंटल अभी से ही उखड़ जा रहा है। बहुत ही कम मात्रा में अलकतरा डाला जा रहा है। इस रोड में जहां गार्डवाल की आवश्यकता थी उस जगह पर गार्डवाल नहीं बनाकर अपने फायदे हेतु संवेदक द्वारा गार्डवाल गलत जगह पर बना दिया गया है।
उसमें भी घटिया सीमेंट का प्रयोग किया गया है जिससे गार्डवाल भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है।
उसके मानक के अनुसार कार्य नहीं किया गया है जबकि इस रोड से गिरिडीह प्रखंड,डुमरी एवं सरिया प्रखंड के लोगों का हमेशा आवागमन होता रहता है। इस रोड से लेदा,सिंदवरिया,बजटो,अल्गुंदा एवं पहाड़पुर पांच पंचायत पूर्ण रूप से जुड़े हुए हैं। ये उपरोक्त सभी पंचायतों का प्रमुख मार्ग है। साथ ही साथ गिरिडीह प्रखंड का लेदा पंचायत एक क्लस्टर केन्द्र भी है।
लेदा -कुरुमडीहा मुख्य मार्ग रोड के घटिया निर्माण पर हम सभी ग्रामीणों द्वारा विरोध किया गया और मानक के अनुसार कार्य करने को कहा तो संवेदक द्वारा ग्रामीणों पर रंगदारी का आरोप लगाया जा रहा है। जिससे हम सभी ग्रामीण भयभीत हैं। हम सभी उक्त रोड के निर्माण कार्य का उच्च स्तरीय जांच कर संवेदक के ऊपर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग करते हैं।