अल्पसंख्यक झारखंड में सिर्फ वोट देने के लिए नहीं,उसे भी मिले उचित राजनीतिक भागीदारी

गिरिडीह:- वरिष्ठ कांग्रेसी नेता, जाने-माने समाजसेवी सह मोमिन कांफ्रेंस के प्रदेश महासचिव मो. जैनुल अंसारी ने राजनीतिक पार्टियों के द्वारा प्रदेश में अल्पसंख्यकों के साथ किए जा रहे भेद-भाव पर गंभीर चिंता व्यक्त किया है। इस विषय में उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को यह समझना होगा कि अल्प संख्यक केवल उन्हें वोट देने के लिए ही पैदा नहीं हुए हैं। हमारी जनसंख्या के आधार पर अगर पार्टी टिकट नहीं देती है तो हम किसी भी कीमत पर कांग्रेस पार्टी या गठबंधन के किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देंगे इसके लिए चाहे झारखंड में जो भी हो जाए। यह एक तरह से अल्पसंख्यकों के लिए सबसे बड़ा अग्नि परीक्षा का समय है। अल्पसंख्यक समुदाय ने किसी को हराने और जीताने का ठेका नहीं लिया है। हम अपना हक और अधिकार चाहते हैं। हम अपनी ताकत और अपनी जनसंख्या के आधार पर अपने लिए सीट की मांग कर रहे हैं लेकिन आला कमान ने अल्पसंख्यकों की आवाज को संसद तक पहुंचने से रोकने का जो गलत निर्णय लिया है इससे अल्पसंख्यकों में रोष है साथ ही इससे यह साबित होता है कि यह अल्पसंख्यक विरोधी सरकार कांग्रेस कभी भी अल्पसंख्यक का हितैषी नहीं हो सकता है इसलिए हम लोग पूरी तरह से गठबंधन का विरोध करते हैं और अपने विवेक और विचार के अनुसार हम वोट करेंगे ना कि गठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में हम अपना मत आंख बंद कर के दे देंगे।

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